सार

दिसंबर महीने में कार खरीदने की सोच रहे हैं तो यह फायदे का सौदा साबित हो सकता है। कई कंपनियां नई कारों पर अच्छा-खासा डिस्काउंट दे रही हैं। अगर आप भी कार खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो इसकी ऑनरोड प्राइज काफी कम होगी। इस भारी छूट के पीछे कई कारण हैं। 

ऑटो डेस्क : साल खत्म होने जा रहा है। नए साल के स्वागत की तैयारियां चल रही हैं। ऑटोमोबाइल मार्केट (Automobile Market) को भी नए साल का इंतजार है। नई गाड़ियां एक बार फिर से मार्केट में छा जाने को बेकरार हैं। साल के आखिरी महीने में नई कारों पर बंपर डिस्काउंट मिल रहा है। ऑटोमोबाइल कंपनियों ने ऑफर के दरवाजे खोल दिए हैं। कैश, कॉर्पोरेट, एक्सचेंज और एक्सेसरीज के तौर पर इन ऑफर्स का लाभ उठा सकते हैं। दिसंबर में जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ रहा है, डिस्काउंट भी बढ़ता जा रहा है। लेकिन क्या आप जानते  हैं कि आखिरी साल के आखिरी महीने में कंपनियां इतना डिस्काउंट क्यों दे रही हैं? आइए जानते हैं...

दिसंबर में डिस्काउंट क्यों
आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि आखिरी साल के आखिरी महीने में कार मैन्युफैक्चरर्स और ऑटो डीलर्स कारों पर इतना डिस्काउंट आखिर देती क्यों हैं? इसके पीछे की जो सबसे बड़ी वजह है, वह यह कि कंपनियां चाहती हैं कि साल जाते-जाते पुराने साल के लॉट वाली गाड़ियां खत्म हो जाए। क्योंकि अगर इस साल यानी कि 2022 में मैन्युफैक्चर्ड कारों को अगले साल 2023 में बेचा जाए तो कस्टमर्स का इंट्रेस्ट इसमें कम होता है। कार बायर्स हमेशा ही नई मैन्युफैक्चर्ड कारों में ही अपना इंट्रेस्ट दिखाते हैं। इसी वजह से कंपनियां पुराना स्टॉक खत्म करने के चलते दिसंबर में जबरदस्त डिस्काउंट देती हैं।

कारों पर डिस्काउंट का एक और कारण
इस साल दिसंबर में कारों पर डिस्टाउंट एक और कारण से दिया जा रहा है, वह है BS6 फेज 2..दरअसल, अप्रैल से ऑटोमोबाइल कंपनियां सिर्फ BS6 फेज 2 की गाड़ियां ही सेल करेंगी। इसीलिए कंपनियां बीएस 6 नॉर्म्स वाली गाड़ियों के स्टॉक को खत्म करना चाहती हैं। जिससे वे घाटे से बच सकें।

डिस्काउंट से कितना फायदा, कितना नुकसान
अब एक सवाल यह भी कि जब कंपनियां कारों पर इतना जबरदस्त डिस्काउंट दे रही हैं तो कस्टमर के लिए यह फायदे का सौदा है या फिर इसमें कोई नुकसान भी है। तो बता दें कि अगर आप इन ऑफर्स का लाभ उठाते हैं तो यह आपके लिए फायदे का सौदा ही होगा। क्योंकि 3 लाख रुपए तक कैश डिस्काउंट मिलने के बाद कार की ऑनरोड प्राइस काफी कम होगी। वैसे भी डिस्काउंट का ग्राहकों को नुकसान नहीं होता है। लेकिन अगर कोई कंपनी नए साल में किसी कार को नई टेक्नोलॉजी के साथ मार्केट में उतारती है तो पुराना मॉडल होने के चलते कस्टमर को नुकसान हो सकता है। यह तब और भी लॉस कराएगा, जब इस कार को बेचा जाए। क्योंकि तब इसका रेट काफी कम हो सकता है।

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