सार
अलका लांबा ने कहा- बिहार की हकीकत यह है कि शराबबंदी तो कर दी गई, लेकिन अभी भी पिछले दरवाजे से घर-घर तक शराब की डिलिवरी हो रही है।
पटना। एलजेपी चीफ चिराग पासवान (LJP Chief Chirag Paswan) के बाद कांग्रेस (Congress) की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा (Alka Lamba) ने भी नीतीश (Nitish Kumar) सरकार की शराबबंदी के फैसले पर तंज कसा है। इसके साथ ही अलका लांबा ने यह भी कहा कि अगर किसी पार्टी ने दुष्कर्म के आरोपी या उनके रिश्तेदारों को टिकट दिया है तो जनता का कर्तव्य है कि उसे वोट नहीं दें।
अलका लांबा ने कहा- "बिहार की महिलाएं 15 साल पहले पीछे मुड़ कर नहीं देखना चाहती हैं। उम्मीद है कि महिलाएं नीतीश सरकार के शराबबंदी के छलावे में नहीं आएंगी। बिहार की हकीकत यह है कि शराबबंदी तो कर दी गई, लेकिन अभी भी पिछले दरवाजे से घर-घर तक शराब की डिलिवरी हो रही है। इससे पहले चिराग पासवान ने भी शराबबंदी के बहाने आज नीतीश कुमार पर निशाना साधा था।
चिराग ने क्या कहा?
चिराग ने एक ट्वीट में कहा- "शराबबंदी के नाम पर बिहारियों को तस्कर बनाया जा रहा है। बिहार कि माताएं बहन अपनों को तस्कर बनते नहीं देखना चाहतीं। बिहार के मुख्यमंत्री के संग सभी मंत्रियों को पता है कि बिहारी रोज़गार के अभाव में शराब तस्करी की तरफ बढ़ रहा है, लेकिन सब के सब को मानो सांप सूंघ लिया है। #असम्भवनीतीश।"
अलका लांबा ने जेडीयू पर साधा निशाना
बालिका गृह कांड की आरोपी मंजू वर्मा को जेडीयू से टिकट मिलने को लेकर भी अलका लांबा ने निशाना साधा। अलका ने कहा- "जेडीयू बालिका गृह कांड की आरोपी को उम्मीदवार बनाती हैं । मंजू वर्मा जो समाज कल्याण मंत्री थीं उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। चुनाव आते ही उन्हें टिकट थमा दिया जाता है। ऐसे उम्मीदवारों को जनता को वोट नहीं देना चाहिए।"