सार

गुप्तेश्वर पांडे ने चुनाव से ठीक पहले वीआरएस लेकर जेडीयू से राजनीतिक पारी शुरू की थी। उनके बक्सर से चुनाव लड़ने की चर्चा थी, मगर पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार ही नहीं बनाया। अब लोग ये जानना चाहते हैं कि आखिर गुप्तेश्वर का टिकट कट क्यों गया? 

पटना। विधानसभा चुनाव (Bihar Polls 2020) के लिए जेडीयू (JDU) के उम्मीदवारों की लिस्ट आने के बाद तरफ सिर्फ एक ही चर्चा है। लिस्ट में बिहार के पूर्व डीजेपी गुप्तेश्वर पांडे (Ex DGP Gupteshwar Pandey) का कहीं नाम नहीं है। उन्होंने चुनाव से ठीक पहले वीआरएस लेकर जेडीयू से राजनीतिक पारी शुरू की थी। उनके बक्सर से चुनाव लड़ने की चर्चा थी, मगर पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार ही नहीं बनाया। अब लोग ये जानना चाहते हैं कि आखिर गुप्तेश्वर पांडे का टिकट कट क्यों गया? अपनी उम्मीदवारी पर गुप्तेश्वर ने भी फेसबुक पोस्ट साझा किया है। 

ऐसी चर्चा है कि पूर्व डीजीपी का टिकट बीजेपी (BJP) की वजह से कटा है। बीजेपी नहीं चाहती थी कि गुप्तेश्वर को उम्मीदवार बनाया जाए। कहा जा रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) सुसाइड केस में डीजीपी रहते हुए गुप्तेश्वर के कई बयान महाराष्ट्र में बीजेपी की राजनीति के लिए फायदेमंद नहीं थे। 

बीजेपी को किस बात का डर? 
महाराष्ट्र में पिछले कुछ दशकों से हमेशा एक एंटी बिहार सेंटिमेंट देखा गया है। सुशांत मामला अभी ताजा है और गुप्तेश्वर की उम्मीदवारी से महाराष्ट्र में बीजेपी को इसके नुकसान की आशंका थी। दबाव की वजह से जेडीयू ने बक्सर सीट बीजेपी को दे दी। 

(JDU में शामिल होते गुप्तेश्वर पांडे।)

टिकट कटने पर गुप्तेश्वर ने क्या लिखा? 
इस बीच गुप्तेश्वर पांडेय ने पूरे मामले को लेकर फेसबुक पर सफाई देने की कोशिश की। उन्होंने भविष्य में चुनाव लड़ने का संकेत भी दिया। हो सकता है पार्टी उन्हें बाद में विधानपरिषद या राज्यसभा भेजे। उन्होंने लिखा- मैं इस बार चुनाव नहीं लड़ रहा हूं। मेरे इस्तीफे और जेडीयू में शामिल होने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि मैं इस बार चुनाव में उतरता। 

उन्होंने लिखा- मेरे शुभचिंतकों को निराश होने की जरूरत नहीं है। मैं पहले की तरह ही जनता की सेवा करता रहूंगा। जन्मभूमि बक्सर की धरती और वहां के सभी बड़े-छोटे भाई-बहनों माताओं और नौजवानों को मेरा पैर छू कर प्रणाम। अपना प्यार और आशीर्वाद बनाए रखें। गुप्तेश्वर की फेसबुक पोस्ट वायरल है।