सार
श्रेयसी के पिता दिग्विजय सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे हैं। जबकि उनकी मां पुतुल सिंह बिहार की बांका लोकसभा सीट से सांसद रही हैं। अब माता-पिता की राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने के लिए बेटी श्रेयसी के चुनाव में कूदने की चर्चा है।
पटना। बिहार में 243 विधानसभा सीटों के लिए कई इंटरनेशनल सेलिब्रिटी कैंडिडेट भी राजनीतिक अखाड़े में ज़ोर-आजमाइश करते नजर आ रहे हैं। इन्हीं में से एक नाम श्रेयसी सिंह के रूप में सामने आ रहा है। अर्जुन अवार्ड से सम्मानित श्रेयसी इंटरनेशनल लेवल की शूटर हैं। परिवार की राजनीतिक विरासत भी उनके साथ है।
श्रेयसी के पिता दिग्विजय सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे हैं। जबकि उनकी मां पुतुल सिंह बिहार की बांका लोकसभा सीट से सांसद रही हैं। अब माता-पिता की राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने के लिए बेटी श्रेयसी के चुनाव में कूदने की चर्चा है। खबर है कि पटना में नेताओं से मेल मुलाक़ात के बाद पुतुल सिंह बेटी को लेकर जमुई के गिद्धौर पहुंच चुकी हैं। हालांकि वो किस पार्टी से उम्मीदवार होंगी अभी ये पूरी तरह साफ नहीं हो पाया है।
आरजेडी से टिकट की चर्चा, बीजेपी भी लाइन में
चर्चाओं की मानें तो वो लालू यादव की पार्टी आरजेडी से चुनाव लड़ने की कोशिश में हैं। इस बारे में समर्थकों से बातचीत कर आज ही फैसला लिए जाने की बातें सामने आ रही है। श्रेयसी की नजर आरजेडी की ओर से बांका सीट पर है। उधर, बीजेपी के बड़े नेता भी श्रेयसी के संपर्क में बताए जा रहे हैं और उनसे आरजेडी में नहीं जाने को कह रहे हैं। इसका एक मतलब यह भी है कि बीजेपी भी श्रेयसी को विधानसभा के लिए टिकट देने के मूड में है। लेकिन राजनीतिक सक्रियता से ये तो तय है कि वो किसी न किसी पार्टी से चुनाव मैदान में जरूर नजर आएंगी।
कौन हैं श्रेयसी सिंह?
इस इंटरनेशनल शूटर का जन्म 1991 में हुआ था। उन्होंने भारत की ओर से कई सिंगल और डबल ट्रैप इवेंट में हिस्सा लिया है। उन्होंने 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में देश के लिए गोल्ड मेडल जीता था। जबकि स्कॉटलैंड में 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर जीता था। श्रेयसी के दादा और पिता नेशनल राइफल एसोसिएशन से जुड़े रहे हैं। उनकी पढ़ाई-लिखाई दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कॉलेज से हुई है। फरीदाबाद की मानव रचना यूनिवर्सिटी से उन्होंने MBA भी किया है।
श्रेयसी ने एशियन गेम्स में भी देश के लिए मेडल जीता है। शूटिंग में उनके योगदान और उपलब्धि को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें 2018 में अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया था।