सार

राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तब्लीगी मरकज में शामिल हुए लोगों में कोरोना फैलने की पुष्टि हो चुकी है। जिसके बाद केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार भी हाई अलर्ट पर है। निजामुद्दीन से लौटे सभी लोगों की तलाश की जा रही है। इस बीच बिहार के एक जिले में निजामुद्दीन से लौटे 13 लोगों के ठहरने की पुष्टि हुई है। 
 

किशनगंज।  दिल्ली के निजामुद्दीन में बीते दिनों आयोजित इस्लामिक मरकज में बड़ी संख्या में देशी-विदेशी लोग जुटे थे। तेलगाना में छह लोगों की मौत के बाद इस धार्मिक सम्मेलन में शामिल हुए लोगों में कोरोना फैलने का डर बढ़ गया है। ऐहतियातन सरकार मरकज में शामिल हुए लोगों की पहचान कर रहा है। इस मरकज में बिहार, यूपी, तेलगाना सहित भारत के अलग-अलग राज्यों से लोग पहुंचे थे। जिनकी सूची जारी करते हुए केंद्र सरकार ने सभी की तलाश कर स्वास्थ्य जांच करने का निर्देश दिया है। 

मरकज में शामिल 24 लोगों में हो चुकी है कोरोना की पुष्टि
निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में शामिल हुए लोगों में से 24 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इतनी बड़ी मात्रा में जमात में मौजूद लोगों में संक्रमण की पुष्टि से पूरे देश में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि जमात में बिहार आए कुल 86 लोग भी शामिल हुए थे। इन सबको अब पुलिस तलाश रही है औैर इनके बारे में पूरी जानकारी ली जा रही है। ये सभी लोग मरकज में शामिल हुए थे और वहां से बिहार के अलग-अलग जगहों पर गए थे। इस बीच जानकारी मिली है कि  बिहार के किशनगंज जिले में निजामुद्दीन से आए 11 विदेशी सहित 13 लोग ठहरे हैं।   

रोज जांच और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का निर्देश
ये सभी लोग किशनगंज में लाइन मोहल्ला स्थित मस्जिद में ठहरे हैं, जिनमें 11 विदेशी हैं। इनमें 10 मलेशिया, एक इंडोनेशिया व दो कर्नाटक के हैं। ये सभी 22 मार्च को अवध असम एक्सप्रेस से किशनगंज पहुंचे थे। यहां स्टेशन पर इनकी स्क्रीनिंग हुई थी। मरकज में शामिल हुए लोगों में कोरोना की पुष्टि होने के बाद मंगलवार की शाम एसडीओ शाहनवाज अहमद नियाजी व एसडीपीओ ने इनका बयान लिया और हेल्थ चेकअप कराया। सभी स्वस्थ बताए जाते हैं। ये सभी पहले ओडिशा आए थे और वहीं से निजामुद्दीन गए थे। प्रशासन ने इनकी रोज स्वास्थ्य जांच कर सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने का निर्देश दिया है।