सार

राजद की ओर से बुलाए गए बिहार बंद में अलग-अलग जगहों पर हिंसक झड़प की घटनाएं हुई थी। अब पुलिस बवाल में शामिल लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई करने में जुटी है। 
 

पटना। एनसीए और सीएए के विरोध में राजद की ओर से 21 दिसंबर को बुलाए गए बिहार बंद में पटना के फुलवारीशरीफ में भारी बवाल हुआ था। यहां दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें कई लोग घायल हुए थे। सरकारी संपति को भी नुकसान पहुंचाया गया था। उस दिन तो पुलिस मौन बनी रही। लेकिन अब पुलिस बवाल में शामिल उपद्रवियों पर कार्रवाई कर रही है। सीओ फुलवारी कुमार कुंदन लाल के बयान पर फुलवारीशरीफ में बवाल करने के मामले में 101 लोगों पर नामजद प्राथमिकी जबकि 1000 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी की गई है। मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 40 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। गिरफ्तार किए 40 लोगों में से तीन महिलाएं भी शामिल है। 

फायरिंग की घटना में कई लोग हुए थे घायल
बता दें कि शनिवार को बिहार बंद के दिन फुलवारीशरीफ के शहीद चौक से बंद समर्थकों का एक जत्था नारे लगाते हुए जुलूस के शक्ल में निकला था। जत्था संगतपर मोहल्ले से होकर आगे जाने की जिद कर रहा था। लेकिन संगतपर के लोगों ने रास्ता रोक दिया था। पुलिस की अनुमति के बाद भी बंद समर्थक संगतपर से होकर जाने लगे। जिसके बाद दोनों ओर से पत्थरबाजी हुई। साथ ही फायरिंग भी हुई। इस घटना में एक धार्मिक स्थल को भी नुकसान पहुंचा था। फायरिंग की घटना में कई लोग घायल हुई थे। इसके बाद शांति-व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन को खासी मश्क्कत उठानी पड़ी थी। एसएसपी गरिमा मलिक के नेतृत्व में जवानों ने फ्लैग मार्च किया था।

तेजस्वी-उपेंद्र सहित कई बड़े नेताओं पर हुई प्राथमिकी
बिहार बंद के दौरान पटना में अलग-अलग स्थिति बिगाड़ने के मामले में राजद, रालोसपा के कई बड़े नेताओं पर भी प्राथमिकी हुई है। जिसमें तेजस्वी यादव, शिवानंद तिवारी, जगतानंद सिंह, मदन मोहन झा, अब्दुल बारी सिद्दीकी, भाई वीरेंद्र, शकील अहमद, उपेंद्र कुशवाहा, सुनील कुमार, आयुष कुमार,  सिरीजन स्वराज, कारी साहेब, अवधेश कुमार सिंह, छोटू सहनी, विकास बॉक्सर, मो अल्तमस, गणेश शंकर सिंह, गौतम कुमार, अरुण मिश्रा, अजय पासवान, संतोष कुशवाहा, डॉ विश्वास,  आशुतोष शर्मा, पूनम पासवान, ब्रजेश पांडेय और उमेश मिश्रा जैसे लोग भी शामिल है।