सार
बिहार में 8 लोगों की मौत होने के बाद भी प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। ऐसे में सवाल खड़े होने लगे हैं कि क्या सीएम ने सिर्फ चुनाव जीतने के लिए शराबबंदी कर रखी थी। (प्रतीकात्मक फोटो)
पटना. बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी कर रखी है। इसके बावजूद भी आए दिन अवैध शराब का धंधा खूब फल फूल रहा है। लेकिन अब जो खबर सामने आई है वह हैरान करने वाली है। जहां जहरीली शराब पीने से 8 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई लोग गंभीर रुप से बीमार हैं।
24 घंटे किसी के पिता तो किसी पति की मौत
दरअसल, पिछले 24 घंटे के अंदर 6 लोग नवादा जिले में मारे गए हैं, जबकि दो लोग बेगूसराय जिले के हैं, जिनकी इस जहर को पीने से मौत हो गई। इसके अलावा इन जिलों से कई लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं। मृतकों के परिजनों ने बताया कि होली के दिन इन्होंने शराब पी रखी थी। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ी और आनन-फानन उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
सरकार और प्रशासन ने साधी चुप्पी
बताया जा रहा कि 8 लोगों की मौत होने के बाद भी प्रशासन ने इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। अब ऐसे में सवाल खड़े होने लगे हैं कि क्या सीएम ने सिर्फ चुनाव जीतने के लिए राज्य में शराबबंदी कर रखी थी। वहीं विपक्षी दल सरकार को लेकर दवाब बना रहे हैं। RJD के जिला उपाध्यक्ष प्रिंस तमन्ना ने मृतकों के स्वजनों को 20-20 लाख रुपये मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
SDM ने की मरने वालों की पुष्टि
नवादा में मरने वालों की पहचान भदौनी पंचायत के अजय यादव, रामदेव यादव, लोहा सिंह, शक्ति सिंह, शैलेंद्र यादव और प्रभाकर कुमार गुप्ता के रूप में हुई है। बेगूसराय के बखरी थाना क्षेत्र के गोढ़ियारी गांव में राजकुमार सहनी और सकलदेव चौधरी और बिरजू सहनी के रूप में हुई। SDM अशोक कुमार गुप्ता इस मामले की पुष्टि की।