सार
व्यवस्थाओं से खफा एक आदमी का पुलिस अफसर पर गुस्सा फूट पड़ा। वो अपनी समस्या लेकर कई बार थाने आया, लेकिन उसे लौटा दिया गया। आखिरकार उसका सब्र जवाब दे गया। उसने दरोगाजी की पिटाई लगा दी। यह और बात है कि अब टीचर हवालात में है।
छपरा. यह मामला व्यवस्थाओं की खामी को दिखाता है। यह और बात है कि एक बुजुर्ग ने समस्या का समाधान न होने पर जो रास्ता अख्तियार किया, वो गलत है। इसके लिए उसके खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। दरअसल, रिटायर्ड टीचर ने थाने में ही दरोगाजी की पिटाई लगा दी। उनके कपड़े फाड़ दिए।
यह है गुस्से की वजह..
रिटायर्ड शिक्षक मधुसूदन सिंह के अनुसार, उनके गांव में प्राइमरी स्कूल खुला है। लेकिन कुछ दबंगों ने स्कूल के रास्ते पर अतिक्रमण कर लिया है। वे तीन महीने से लगातार थाने आकर यह समस्या बता रहे थे। मधुसूदन ने आरोप लगाया कि पुलिवाले FIR दर्ज करने के बदले में रिश्वत मांग रहे थे। वे शनिवार को लगने वाले जनता दरबार में भी कई बार समस्या लेकर पहुंचे। वहां से भी उन्हें लौटा दिया गया। इससे उन्हें गुस्सा आ गया। बुजुर्ग ने सीओ ललित कुमार सिंह की थाने में ही पिटाई लगा दी। नौबत यहां तक आ गई कि सीओ के इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी अनंत नारायण कश्यप को थाने बुलाना पड़ गया। बाद में बुजुर्ग को हवालात में बंद कर दिया गया। बुजुर्ग ने कहा कि अगर उनकी समस्या का समाधान हो जाता, तो यह नौबत ही नहीं आती। जब यह हंगामा हुआ, तब थानाध्यक्ष रत्नेश कुमार वर्मा खुद थाने में मौजूद थे।