सार
बिहार विधान परिषद में सारे कामकाज पेपर लेस होंगे। यानी डिजिटल (Digital) माध्यम से सारे कामकाज किए जाएंगे। सदन को डिजिटल करने के लिए केंद्र ने 60% सहयोग किया है।
पटना। बिहार विधान परिषद देश का पहला डिजिटल सदन (e - sadan) बन गया है। यहां अब सारे कामकाज पेपर लेस (Paperless) होंगे। यानी डिजिटल (Digital) माध्यम से सारे कामकाज किए जाएंगे। पूरे सदन की जानकारी फोन के माध्यम से ली जाएगी। सदन को डिजिटल करने के लिए केंद्र ने 60% सहयोग किया, जबकि 40 % राशि बिहार (Bihar) सरकार ने लगाई। कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण ने यह जानकारी दी। इससे पहले बिहार विधान परिषद में नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण, बिहार सरकार में मंत्री शाहनवाज हुसैन सहित कई मंत्री उपस्थित रहे।
अब टेबल पर फाइल नहीं, टैबलेट दिखेंगे
इस नई व्यवस्था के बाद सदन के अंदर सभी सदस्यों के लिए टेबल पर अब कागजों की फाइल नहीं, बल्कि टैबलेट लगाए गए हैं। परिषद के सदस्य इसी टैब पर अपने सभी सवालों का जवाब देख सकेंगे। सदन में 4 बड़ी स्क्रीन भी लगाई गई हैं। इस स्क्रीन पर पीछे बैठे सदस्य, प्रेस गैलरी और दर्शक दीर्घा में बैठे लोग आसानी से सदन की कार्यवाही देख सकेंगे।
ध्यानाकर्षण में आ जाएंगे सारे सवाल
सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि अब प्रश्नकाल, शून्यकाल काल, ध्यानाकर्षण में आए सारे सवालों के जवाब सदन के पटल पर आ जाएंगे। इससे जनता की समस्याओं को निदान होगा। सदन की सारी समितियों का काम सुचारू रूप से चल सकेगा। ऑनलाइन सवाल का जवाब भी ऑनलाइन मिलेगा। डिजिटल सदन में सब कुछ डिजिटल ही रखा गया है।