सार
Bihar Budget 2022: वित्त वर्ष 2012-13 के बजट में बिहार का बजट (Bihar Budget) 80 हजार करोड़ रुपए भी नहीं था, जो वित्त वर्ष 2021-22 में 2.18 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया था। जिसके आगामी वित्त वर्ष में 2.40 (Bihar Budget 2022) लाख करोड़ रुपए के पार जाने के कयास लगाए जा रहे हैं।
Bihar Budget 2022: बीते दस साल में बिहार (Bihar) की स्थिति में काफी बदलाव हुए हैं। नीतीश सरकार (Nitish Kumar Govt) ने राज्य के विकास के लिए अपने बजट में बढ़ोतरी भी की है। हर साल में बजट में इजाफा हुआ है। गौर करने वाली बात है कि 2012-13 के बजट में बिहार का बजट (Bihar Budget) 80 हजार करोड़ रुपए भी नहीं था, जो वित्त वर्ष 2021-22 में 2.18 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया था। जिसके आगामी वित्त वर्ष (Bihar Budget 2022) में 2.40 लाख करोड़ रुपए के पार जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर बीते 10 सालों में बिहार के बजट में किस तरह का इजाफा देखने को मिला है।
जब केंद्र में थी यूपीए सरकार
किसी भी स्टेट के डेवलपमेंट में राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र में रहने वाली सरकार भी काफी अहम योगदान होता है। मुश्किलें तब आती हैं, जब केंद्र में दूसरी पार्टी की सरकार हो और राज्य में दूसरी पार्टी की। उसमें भी दोनों में आपसी समन्वय ना हो तो मुश्किलें और ज्यादा बढ़ जाती हैं, लेकिन नीतिश कुमार के सामने इस तरह की कठिनाई कम ही देखने को मिली। केंद्र में यूपीए रहने के बाद भी बिहार के बजट में कोई कमी देखने को नहीं मिली। 2012-13 जहां बिहार का अनुमानित बजट 79 हजार 40 करोड़ रुपए था, जो वित्त वर्ष 2013-14 92 हजार 87 करोड़ रुपए हो गया। जबकि वित्त वर्ष 2014-15 1.16 लाख करोड़ रुपए बजट हो गया।
यह भी पढ़ें:- Bihar Budget 2022 : आज पेश होगा नीतीश सरकार का बजट, इन क्षेत्रों में राहत की उम्मीद, जानें सबकुछ
केंद्र में एनडीए और बिहार बजट हो गया दोगुना
2014 में जब बिहार ने बजट पेश किया था तो केंद्र तब तक यूपीए का होल्ड था, कुछ ही महीनों के बाद केंद्र की सत्ता पर बीजेपी या यूं कहें कि एनडीए सत्ता पर काबिज हो गई, जिसकी सहयोगी नीतीश कुमार की पार्टी थी। उसके बाद से बिहार में बजट में जबरदस्त इजाफा हुआ। बीते 7 सालों में बिहार का बजट करीब दोगुना हो चुका है। आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2014 में जो बजट 1.16 लाख करोड़ रुपए था वो 2021 में 2.18 लाख करोड़ रुपए के पार चला गया। आंकड़ों के अनुसार वित्तवर्ष 2015-16 बजट अनुमान 1.21 लाख करोड़ रुपए, 2016-17 में 1.45 लाख करोड रुपए, 2017-18 में 1.60 लाख करोड़ रुपए, 2018-19 1.77 लाख करोड़ रुपए, 2019-20 2 लाख करोड़ रुपए, 2020-21 2.11 लाख करोड़ रुपए और 2021-22 2.18 लाख करोड़ रुपए था।
यह भी पढ़ें:- बिहार बजट 2022: राज्य में अब तक 24 वित्तमंत्री हुए, जानें किसका कार्यकाल सबसे कम और कौन इस पद पर रहा सबसे अधिक
इस कितना हो सकता है बजट
बजट सत्र के पहले दिन वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद की ओर से इकोनॉमिक सर्वे पेश कर दिया है। अर्थशास्त्रियों के मुताबिक बिहार के बजट साइज में 10 फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। 2021-22 के इकोनॉमिक सर्वे के हिसाब से 2.5 की आर्थिक विकास दर होने के कारण आगामी वार्षिक बजट साइज में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है। केंद्रीय राजस्व के मद में हुई बढ़ोतरी से भी तय है कि राज्य का बजट साइज में इजाफा होगा। केंद्रीय करों में राज्य की हिस्सेदारी बढ़ने के अलावा कर लेने की सीमा 4 फ़ीसदी होने और आर्थिक गतिविधियों के तेज होने से आंतरिक स्रोतों से प्राप्त आय के आधार पर बजट का आकार 2.40 लाख करोड़ होने का अनुमान है।