सार
सिनेमा जगत का सबसे बड़ा अवार्ड ऑस्कर माना जाता है। प्रत्येक वर्ष ऑस्कर ज्यूरी बोर्ड की ओर से विभिन्न कैटगरी की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का ऐलान किया जाता है। ऑस्कर अवार्ड हासिल करना तो बड़ी उपलब्धि है ही लेकिन भारत के परिप्रेक्ष्य में ऑस्कर के लिए नॉमिनेट होना भी कम बड़ी उपलब्धि नहीं है।
मुजफ्फरपुर। सिनेमाई जगत का सबसे बड़ा अवार्ड ऑस्कर को माना जाता है। प्रत्येक वर्ष ऑस्कर ज्यूरी बोर्ड की ओर से विभिन्न कैटगरी की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का ऐलान किया जाता है। ऑस्कर अवार्ड प्राप्त करना तो बड़ी उपलब्धि है ही, लेकिन भारतीय परिप्रेक्ष्य में ऑस्कर के लिए नॉमिनेट होना भी बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। ये उपलब्धि तब और बड़ी कही जाती है जब किसी फिल्म को डॉयरेक्ट ऑस्कर के लिए इंट्री मिल जाए। बिहार के एक युवा फिल्मकार की फिल्म ने ऑस्कर के लिए डायरेक्ट इंट्री प्राप्त कर पूरे बिहार का मान बढ़ाया है।
बिहार के पहले फिल्मकार जिनकी फिल्म ऑस्कर में हुई नॉमिनेट
मूल रूप से बिहार के पूर्णिया के रहने वाले बिहार के युवा फिल्मकार मनीष वात्सल्य की फिल्म द स्कॉटलैंड ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई है। मनीश ने बताया कि इस फिल्म में बेटी से दुष्कर्म होने के कारण कोर्ट से न्याय नहीं मिलने पर लाचार पिता के कानून हाथ में लेने की कहानी है। इसे बेस्ट फीचर फिल्म कैटेगरी में सीधी एंट्री पाई है। बता दें कि द स्कॉटलैंड हॉलीवुड की बड़ी बजट वाली फिल्म जोकर और आइरिशमैन समेत अन्य फिल्मों को सीधी टक्कर देगी। मनीष बिहार के पहले फिल्मकार हैं, जिनकी फिल्म ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई है।
अब तक 62 इंटरनेशनल अवार्ड जीत चुकी है फिल्म
मनीष की यह तीसरी फिल्म है। दो घंटे की फिल्म द स्कॉटलैंड को नवंबर 2019 में हॉलीवुड में रिलीज किया गया था। भारत में इस फिल्म को फरवरी में रिलीज किया जाएगा। द स्कॉटलैंड अब तक 62 इंटरनेशनल अवॉर्ड जीत चुकी है। ऑस्कर में इस फिल्म की टक्कर बड़ी फिल्मों के साथ है। लेकिन यदि ऑस्कर में भी इस फिल्म ने कमाल कर दिया तो मनीष भारत के सबसे बड़े छूपे रूस्तम साबित होगे। बता दें कि मनीष ने इससे पहले जीना है तो ठोक डाल और दशहरा नाम से दो फिल्में बनाई है। बताया जाता है कि इस फिल्म में शेल्टर होम की कहानी को दिखाया गया है।