सार
घटना वाले दिन रामचंद्र शाह ने अपने बेटे गोपाल शाह से फोन पर बात की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि यहां बहुत परेशानी हो रही है, मुझे अस्पताल से जल्द ही घर ले चलो। वहीं शाम को टॉयलेट की खिड़की से छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने की वजह से रामचंद्र शाह डिप्रेशन में चल रहे थे।
पटना (बिहार). कोरोना के खौफ के बीच बिहार की राजधानी पटना बड़ी खबर सामने आई है। जहां एक संक्रमित मरीज ने एम्स अस्पताल की पांचवी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद कोविड-19 वार्ड में हड़कंप मच गया। बता दें कि इससे पहले 4 और कोरोना मरीजों ने सुसाइड किया है। लेकिन इसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन मरीजों की सुध नहीं ले रहा है।
बेंगलुरु में राइस मिल में करते थे काम
दरअसल, मृतक की पहचान 55 साल के रामचंद्र शाह के रूप में हुई है। जो कि बेगूसराय जिले के चितौरा गांव का रहने वाला था। मृतक की 12 मई को तबीयत खराब हुई थी कोरोना जांच कराने के बाद 18 मई को पटना एम्स के कोरोना वार्ड में भर्ती हुआ था। रामचंद्र शाह बेंगलुरु में राइस मिल में लेबर कंस्ट्रक्शन के काम करते थे। कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखकरक वह लॉकडाउन के दौरान ही अपने घर आए थे।
सुबह बेटे से हुई बात शाम को लगा दी छलांग
बता दें कि घटना वाले दिन रामचंद्र शाह ने अपने बेटे गोपाल शाह से फोन पर बात की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि यहां बहुत परेशानी हो रही है, मुझे अस्पताल से जल्द ही घर ले चलो। वहीं शाम को टॉयलेट की खिड़की से छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने की वजह से रामचंद्र शाह डिप्रेशन में चल रहे थे। वहीं अस्पताल में सही इलाज नहीं होने से भी दुखी थे।