सार
नीतीश कुमार गुस्से में बोले आप इस तरह से हाऊस चलाएंगे? आप गलत कर रहे हैं, हम ऐसा नहीं चलने देंगे। इस तरह की चर्चा हाउस में नहीं की जाती है। विजय सिन्हा ने भी नीतीश को गुस्से में ही जवाब दिया और कहा कि यह मेरे क्षेत्र का मसला है। हम विधायिका का अपमान नहीं होने देंगे।
पटना : बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सोमवार को सदन के अंदर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा पर भड़क गए। देखते ही देखते सीएम और स्पीकर आमने-सामने हो गए और दोनों के बीच जमकर कहासुनी हुई। इससे नाराज नीतीश ने विजय सिन्हा से कहा कि, आप संविधान का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं। किसी भी सूरत में सदन ऐसे नहीं चलेगा, यह संविधान से ही चलेगा। वहीं इसका जवाब देते हुए स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि यह मेरे क्षेत्र का मसला है। हम विधायिका का अपमान नहीं होने देंगे। बता दें कि इस वाकये के बाद विधानसभा की कार्यवाही तीन दिनों के लिए स्थगित कर दी गई है।
क्यों हुई तनातनी
स्पीकर और मुख्यमंत्री के बीच लखीसराय से जुड़े मामले में तीखी बहसबाजी हुई। दरअसल, सरस्वती पूजा के दौरान बड़हिया के टाल क्षेत्र में ऑर्केस्ट्रा के आयोजन के बाद कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने के आरोप में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। विधानसभा अध्यक्ष भी इसी क्षेत्र से विधायक हैं। जब उनसे शिकायत की गई तो मुद्दा उछला। आरोप है कि आयोजक पर कार्रवाई करने के बदले दर्शक को गिरफ्तार किया गया। विधानसभा अध्यक्ष ने पुलिस से जवाब तलब किया लेकिन तब पुलिस अधीक्षक छुट्टी पर थे। उस वक्त SDOP रंजन कुमार एसपी के प्रभार में थे और स्पीकर का आरोप है कि उनसे अधिकारियों ने गलत बर्ताव किया। विधानसभा अध्यक्ष ने इसके बाद विशेषाधिकार हनन को लेकर जांच का आदेश दिया था गृह सचिव और डीजीपी को तलब किया था। इसके बाद विजय सिन्हा ने कार्य मंत्रणा समिति की बैठक कर SDOP और दो थानाध्यक्षों को हटाने का आदेश भी दिया।
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इसलिए भड़क गए नीतीश कुमार
जब लखीसराय में लगातार हुए क्राइम के मामले के साथ ही यह मुद्दा एक बार मामला सदन में उछला तो नीतीश कुमार भड़क गए। उन्होंने कहा कि पूछताछ हो रही है। इसकी रिपोर्ट कोर्ट को जाएगी तो ये अधिकार आपको कैसे है। नीतीश कुमार गुस्से में बोले आप इस तरह से हाऊस चलाएंगे? आप गलत कर रहे हैं, हम ऐसा नहीं चलने देंगे। इस तरह की चर्चा हाउस में नहीं की जाती है। विजय सिन्हा ने भी नीतीश को गुस्से में ही जवाब दिया और कहा कि यह मेरे क्षेत्र का मसला है। हम विधायिका का अपमान नहीं होने देंगे।
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जमकर हुई बहसबाजी
स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि इस मामले में तीन बार सदन के अंदर सदस्यों ने हंगामा किया था। मामला ये है कि उद्घाटनकर्ता पर आज तक कार्रवाई नहीं की गई लेकिन दर्शक में से लोगों को उठाकर गिरफ्तार कर लिया गया और वो 19 दिन बाद जेल से निकला। इस मामले को सरकार ने क्यों गंभीरता से नहीं लिया? दोनों तरफ से काफी नोकझोक हुई। विजय सिन्हा ने कहा मैं आप लोगों का ही प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। कुर्की जब्ती अभी तक नहीं हुई। उन्होंने कहा कि आप लोगों ने मुझे इतने बड़े आसन पर बैठाया लेकिन मैं एक दारोगा पर भी सवाल नहीं उठा पता हूं। नीतीश को शांत कराने की कोशिश करते हुए विजय सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी हम आपसे सीखते हैं आप हमसे अनुभव में बड़े हैं। नीतीश कुमार ने भी कहा कि एक बार हाउस में उस विषय पर अगर चर्चा हो गई है तो उस पर बार बार आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं है।
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