सार
नीतीश कुमार कई बार पाला बदल चुके हैं। नीतीश कुमार ने सबसे पहले 1994 में पाला बदला था। बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं। अभी आरजेडी के पास सबसे ज्यादा 79 विधायक हैं। बीजेपी के पास 77, जदयू के पास 45 हैं।
मुंबई. फरवरी 2017 में सोशल मीडिया में एक तस्वीर वायरल हुई थी। इस तस्वीर में बिहार के सीएम नीतीश कुमार एक पेंटिंग पर कमलर भरते दिखाई दे रहे थे। पेटिंग में कमल का फूल था और सीएम उसी कमल के फूल पर रंग लगा रहे थे। ये तस्वीर सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुई थी और इसके कई मतलब निकाले गए थे। इस तस्वीर में रंग भरने के कुछ महीनों बाद नीतीश कुमार ने महागठबंधन से गठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बना ली थी और बिहार के सीएम बने थे। अब बिहार में एक बार फिर से सियासी माहौल गर्म है। अटकलें लगाई जा रही है कि बिहार में नीतीश कुमरा बीजेपी की साथ छोड़कर आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना सकते हैं।
कई बार पाला बदल चुके हैं नीतीश
नीतीश कुमार कई बार पाला बदल चुके हैं। नीतीश कुमार ने सबसे पहले 1994 में पाला बदला था। तब उन्होंने लालू यादव का साथ छोड़कर जॉर्ज फर्नांडिस के साथ मिलकर समता पार्टी का गठन किया था। उसके बाद उन्होंने 1996 में बीजेपी से हाथ मिलाया था। उस समय बिहार की सियासत में बीजेपी एक कमजोर दल था। ये गठबंधन करीब 17 साल तक चला। इसके बाद समता पार्टी टूट गई और 2003 में नीतीश कुमार ने जेडीयू का गठन किया इसके बाद नीतीश कुमार बीजेपी के साथ रहे।
2013 में छोड़ा साथ
नीतीश कुमार बीजेपी से पहली बार तब अलग हुए जब 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का कैंडिडेट घोषित किया। लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की बंपर जीत के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और दलित नेता जीतन राम मांझी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया।
2015 में महागठबंधन के साथ लड़ा चुनाव
2015 के बिधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा। इस चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा और नीतीश कुमार एक बार फिर से राज्य के सीएम बने। लेकिन ये रिश्ता भी लंबा नहीं चला और नीतीश कुमार ने 2017 में महागठबंधन से नाता कर दिया और एक बार फिर से बीजेपी के साथ आए और राज्य के सीएम बने।
2020 में बीजेपी के साथ लड़ा चुनाव
2020 के विधानसभा चुना में जदयू ने बीजेपी के साथ गठबंधन किया। इस चुनाव में एनडीए को जीत मिली। 2020 के चुनाव में बीजेपी राज्य की दूसरी पार्टी बनी। वहीं, जयदू के केवल 45 सीटों पर जीत मिली। इसके बाद बीजेपी ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया। लेकिन अब 20 साल बाद फिर से नीतीश का मोह बीजेपी से भंग हो गया है।
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