सार

पार्टी से बगावत कर चुके चाचा पशुपति कुमार पारस ने मंगलवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ली। जिसमें चिराग पासवान को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से हटाने का फैसला किया गया। चाचा ने सांसदों के साथ मिलकर सूरजभान सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष चुना।
 

पटना. बिहार में पारिवारिक सियासी संग्राम के चलते लोक जनशक्ति पार्टी में दो फाड़ हो गई। एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग ने मंगलवार को कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक ली। जिसमें उन्होंने बड़ा फैसला लेते हुए बगावत करने वाले वाले चाचा पशुपति पारस के साथ सभी पांचों सासंदों को पार्टी से बाहर निकाल दिया है। साथ ही पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए फिर से अपना दावा पेश किया है।

पशुपति ने सूरजभान सिंह  को बनाया कार्यकारी अध्यक्ष 
उधर पार्टी से बगावत कर चुके चाचा पशुपति कुमार पारस ने मंगलवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ली। जिसमें  चिराग पासवान को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से हटाने का फैसला किया गया। जिसमें बागी सांसदों ने चिराग को पद से हटाने का समर्थन किया। इतना ही नहीं चाचा ने सांसदों के साथ मिलकर  सूरजभान सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया।

तीन से चार दिन में होगा नए अध्यक्ष का चुनाव
वहीं मीडिया के जरिए खबरें सामने आ रही हैं कि अगले तीन से चार दिन के अंदर नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। जिसकी अध्यक्षता  सूरजभान सिंह ही करेंगे। इस बैठक और चुनाव में  पशुपति पारस को एलजेपी का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वहीं दिल्ली में चिराग पासवान के आवाज पर भी सोमवार से ही मीटिंगों का दौर चल रहा है। 

चिराग की बैठक में मौजूद थे कई राज्यों के नेता
बता दें कि चिराग पासवान की वर्चुअल मीटिंग में पार्टी के राज्य के सभी पदाधिकारी मौजूद थे। इसके अलावा अन्य कई राज्यों के अध्यक्ष और नेताओं ने हिस्सा लिया था। जिसमें सभी ने मिलकर यह तय किया कि बगावत करने वाले सभी सांसदों को पार्टी निकाला जाए। साथ ही पार्टी के लिए मजबूती से काम करेंगे और संगठन को बढ़ाएंगे।