सार
मुंगेर के जिस युवक की मौत के बाद उसके कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट मिली थी, उसके संपर्क में आने से संक्रमित हुई पटना के शरणम हॉस्पिटल की नर्स ने कोरोना को मात दे दी है। पटना के एनएमसीएच में उसका इलाज चल रहा था। शुक्रवार को नर्स का दूसरा रिपोर्ट निगेटिव आया था।
पटना। कतर से मुंगेर के चुरम्बा लौटे कोरोना मृतक के इलाज के दौरान वायरस के कम्युनिटी ट्रांसफर से संक्रमित हुई महिला नर्स ने कोरोना से जंग जीत ली है। शुक्रवार को नर्स की दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। जिसके बाद उसे एक दिन ऑब्जवेशन पीरियड में रखा गया था। अब 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहने की सलाह के साथ उसे घर भेज दिया गया है। संक्रमित महिला नर्स का इलाज पटना स्थित एनएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में इलाज चल रहा था। जहां दो बार उसकी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद महिला नर्स को डिस्चार्ज किया गया है।
मुंगेर के मरीज से संक्रमित होने वाली पहली मरीज हुई फिट
बता दें कि मुंगेर के युवक से संक्रमित हुए मरीजों की संख्या 14 हो गई है। राहत की बात यह है कि यह संक्रमण चेन अब रुक गया है। शरणम हॉस्पिटल की यह नर्स मुंगेर के युवक से संक्रमित हुई मरीजों में पहली ऐसी मरीज है, जो फिट होकर घर लौटी है। बता दें कि कतर से लौटने के बाद मुंगेर के निजी क्लीनिक से रेफर किए गए युवक का पटना के शरणम अस्पताल में इलाज हुआ था। जहां इस महिला नर्स उसका ब्लड प्रेशर टेस्ट की थी।
इसी दौरान महिला नर्स को भी संक्रमण हुआ और उसकी टेस्ट पॉजिटिव आई। हालांकि महिला मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि महिला नर्स की कोरोना रिपोर्ट केवल पॉजिटिव है बाकी उसमें कोरोना के लक्षण नहीं दिखे। इसके बाद उसका आइसोलेशन में रखकर इलाज किया गया। जहां वह स्वस्थ हो गई।
मुंगेर की महिला और बच्चे का रिपोर्ट भी आया निगेटिव
मुंगेर के कोरोना मृतक के घर की एक 35 वर्षीय महिला और पड़ोस के एक बच्चे की टेस्ट रिपोर्ट शनिवार को दूसरी बार निगेटिव आई है। अभी दोनों को ऑबजर्वेशन में रखा गया है। भागलपुर के डॉक्टरों ने बताया कि आठ अप्रैल को दोनों को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। इसके अलावा मुंगेर के युवक से संक्रमित हुए चार अन्य युवकों की पहली रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन चारों का दूसरा रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन चारों को भी डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
बता दें कि इस नर्स के साथ अबतक बिहार के चार मरीज कोरोना को हरा कर जिंदगी की जंग जीत चुके हैं। इससे बिहार के डॉक्टरों के साथ-साथ अन्य लोगों ने भी राहत की सांस ली है। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद नर्स ने कहा कि कोरोना से संबंधित अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। डॉक्टरों की सलाह माने। पॉजिटिव थिकिंग के साथ इस बीमारी पर पार पाना संभव है।