सार
65 साल के विधायक मेवालाल चौधरी की तीन दिन पहले कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद उनको 13 अप्रैल को पटना के पारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत सुधरने की जगह बिगड़ती जा रही थी। आखिर में वह कोरोना की जंग लड़ते-लड़ते दुनिया को अलविदा कह गए।
पटना (बिहार). देश में कोरोना बेकाबू हो गया है, महामारी की दूसरी लहर से कोई नहीं बच पा रहा है। रोज लाखों लोग संक्रमित हो रहें तो हजारों मरीजों की मौत हो रही है। इसी बीच बिहार से दुखद खबर सामने आई है। जहां कोरोना ने एक और विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री डॉक्टर मेवालाल चौधरी सांसे की छीन लीं। मेवालाल ने सोमवार की सुबह करीब 4:30 पर पटना के एक अस्तपाल में अंतिम सांस ली। बिहार के सीएम सहित के नेताओं ने उनके निधन पर श्रद्धांजलि दी है। बता दें कि हाल ही में महाराष्ट्र के दो विधायकों की कोरोना से मौत हुई है।
सक्रमित होने के 3 दिन बाद कह गए अलविदा
दरअसल, 65 साल के विधायक मेवालाल चौधरी की तीन दिन पहले कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद उनको 13 अप्रैल को पटना के पारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत सुधरने की जगह बिगड़ती जा रही थी। आखिर में वह कोरोना की जंग लड़ते-लड़ते दुनिया को अलविदा कह गए। परिवार के सभी सदस्य इस वक्त पटना में मौजूद हैं।
विवाद के बाद मंत्री के पद से देना पड़ा था इस्तीफा
बता दें कि मेवालाल चौधरी मुंगेर की तारापुर सीट से जेडीयू के विधायक थे। उनकी गिनती मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेताओं में होती थी। मेवालाल कृषि विवि के वीसी रहते नियुक्तियों में गड़बड़ी के कराण चर्चा में रह चुके हैं। इसके बाद उनको शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
बेटे रहते हैं विदेश में..पत्नी की दो साल पहले हुई मौत
मेवालाल के परिवार में सन्नाटा पसरा हुआ है, उनको दो बेटे हैं जो विदेश में रहते हैं। उनका बड़ा बेटा रवि प्रकाश अमेरिका में है, जबकि दूसरा बेटा मुकुल भास्कर ऑस्ट्रेलिया में रहता है। पत्नी नीता चौधरी की दो साल पहले 2019 में निधन हो गया था। वह पूर्व विधायक रह चुकी हैं। खुद मेवालाल चौधरी राजवंशी नगर हॉस्पिटल के पास रहते थे। उनके ही पास में कई IAS-IPS का आवास है।