सार
मामला बिहार के मोतिहारी जिले की है। महाराष्ट्र से लौटे एक प्रवासी मजदूर का शव क्वारेंटाइन सेंटर के बाहर पेड़ से लटकता मिला। शव मिलने की सूचना पर बड़ी संख्या ग्रामीण व परिजन मौके पर पहुंच गए और जोरदार हंगामा किया।
मोतिहारी। जिले के चकिया थाना क्षेत्र के शीतलपुर पंचायत के हाताहरपुर गांव में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे एक प्रवासी मजदूर का शव आज पेड़ से लटकता मिला। शव मिलने की सूचना पर बड़ी संख्या में प्रवासी के ग्रामीण व परिजन मौके पर पहुंच कर हंगामा किया। मृतक महाराष्ट्र से लौटने के बाद 14 दिनों पहले क्वारेंटाइन सेंटर भेजा गया था। आज क्वारेंटाइन का वक्त पूरा हो गया था। उसे घर भेजा जाता। लेकिन उसकी मौत हो गई।
करना पड़ा ग्रामीणों के गुस्से का सामना
मृतक की पहचान कल्याणपुर प्रखंड के शीतलपुर पंचायत के सिरसा पट्टी निवासी पप्पू राम के रूप में हुई है। पप्पू महाराष्ट्र के कोल्हापुर में रहकर काम करता था। 14 दिनों पहले अपने एक साथी के साथ बिहार वापस आया था। उसकी मौत की सूचना पर ग्रामीण के साथ-साथ पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे। जहां अधिकारियों को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।
परिजनों का कहना है कि क्वारेंटाइन सेंटर में बीते दिनों भोजन को लेकर दो पक्षों में मारपीट हुई थी। ग्रामीणों ने कहा कि सेंटर में रोजाना शराब पार्टी भी होती थी। जानाकारी मिलते ही पुलिस और कल्याणपुर बीडीओ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कवायद में जुटे हैं।
मुखिया बोले- रात तक सब कुछ था सामान्य
मृतक के भतीजे रमेश कुमार ने बताया कि क्वारेंटाइन सेंटर में शौचालय है। ऐसे में कोई भी प्रवासी सेंटर से बाहर क्यों निकलेगा। स्थानीय मुखिया राजीव रंजन ने बताया कि बीती रात नौ बजे क्वारेंटाइन सेंटर की सारी व्यवस्था देखकर लौटे थे। तब तक वहां सबकुछ सामान्य था। फिर सुबह कैसे पप्पू की लाश पेड़ से लटकती मिली, यह जांच का विषय है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि इससे पहले बिहार के दरभंगा और हाजीपुर में क्वारेंटाइन सेंटर में प्रवासियों का शव मिला था। हालांकि उन मामलों में प्रवासियों के खुदकुशी करने की बात कही गई थी।
(फाइल फोटो)