सार
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले से 19 जुलाई को कट्टरपंथी अली असगर उर्फ अब्दुल्ला को एनआईए ने छापेमारी के दौरान पकड़ा। आरोपी पूर्वी चंपारण जिले के सिसवानिया गांव निवासी है। उसपर भारत के खिलाफ जिहाद के के लिए युवाओं को प्रेरित करने का आरोप है। हालांकि गिरफ्तारी की कंफर्मेशन नहीं दी गई है।
पूर्वी चंपारण (बिहार). राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने भारत के खिलाफ "जिहाद" के प्रचार-प्रसार में शामिल एक कट्टरपंथी को बिहार से गिरफ्तार किया है। बिहार के पूर्वी चंपारण से जिले से उसे अरेस्ट किया गया। आरोपी पूर्वी चंपारण जिले के सिसवानिया गांव निवासी है। उसपर भारत के खिलाफ जिहाद के के लिए युवाओं को प्रेरित करने का आरोप है। हालांकि उसके अरेस्ट होने की बात की पुष्टि अभी एनआई या बिहार पुलिस की ओर से नहीं की गई है। सूत्रों के अनुसार पूर्वी चंपारण जिले के सिसवानिया गांव निवासी अली असगर उर्फ अब्दुल्ला को पकड़ा गया है। वह बिहारी प्रतिबंधित जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) संगठन की गतिविधियों की जांच के सिलसिले का सातवां आरोपी बताया जा रहा है। NIA उससे पूछताछ कर रही है।
19 जुलाई को पकड़ा गया था आरोपी
सूत्रों के अनुसार असगर को 19 जुलाई को पूर्वीं चंपारण से छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया। यह मामला मध्य प्रदेश के ऐशबाग, भोपाल से बांग्लादेश के तीन अवैध प्रवासियों सहित छह सक्रिय जमात-उल-मुजाहिदीन के सदस्यों की गिरफ्तारी से संबंधित है। सभी जमात-उल-मुजाहिदीन की योजनाओं या विचारधारा के प्रचार-प्रसार में शामिल पाए गए थे। ये लोग युवाओं को भारत के खिलाफ जिहाद के लिए प्रेरित कर रहे थे।
भोपाल में दर्ज हुआ था मामला
जानकारी के अनुसार 14 मार्च 2022 को यह मामला भोपाल में दर्ज किया गया था। एनआईए ने 5 अप्रैल को दोबारा इस मामले को दर्ज कर जांच शुरु की थी। बिहार से गिरफ्तार एक आरोपी अली असगर उर्फ अब्दुल्ला क अति-कट्टरपंथी व्यक्ति है। वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विभिन्न समूहों में ऑनलाइन घृणा और आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करके जिहाद का प्रचार करता था। असरगर इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार किए गए आरोपियों का करीबी था। भारत और बांग्लादेश में अन्य सहयोगियों के साथ गुप्त रूप से संवाद करने के लिए एन्क्रिप्टेड एप्लिकेशन का उपयोग करता पाया गया था।
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