सार
बिहार के छपरा जिले में हंगरी का एक नागरिक बीते 63 दिनों से फंसा है। छपरा सदर अस्पताल में रह रहे हंगरी के नागरिक का नाम विक्टर जीको हैं। विक्टर एक धार्मिक पर्यटक है, वो 8 फरवरी को भारत आया था। छपरा में 29 मार्च से फंसा है।
छपरा। राज्य के छपरा जिले में हंगरी का एक शख्स पिछले 65 दिनों से फंसा है। इनका नाम विक्टर जीको है। विक्टर के धार्मिक पर्यटक हैं जो 8 फरवरी को भारत आए थे। विक्टर के पास एक हाइटेक साइकिल है, जिससे वो भारत के कई राज्यों की यात्रा भी कर चुके हैं। मगर बिहार के छपरा में पहुंचने के बाद लॉकडाउन की वजह से फंस गए।
कोरोना टेस्ट निगेटिव
विक्टर ने बताया कि पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश की यात्रा पूरी कर बिहार पहुंचे थे। बिहार के छपरा में स्थानीय प्रशासन ने उसे पकड़ लिया। जिसके बाद अस्पताल उन्हें अस्पताल में रखा गया है। विक्टर प्रशासन से उसे जाने देने की गुहार कई बार लगा चुका है। लेकिन कोई उपाय नहीं होता देख बीते दिनों उन्होंने भागने की कोशिश भी की। लेकिन दरभंगा के सिमरी थाने में पुलिस ने उसे फिर से पकड़ लिया।विक्टर ने बताया कि 29 मार्च से वो छपरा में हैं। प्रशासन ने विक्टर का कोरोना टेस्ट भी कराया है। जिसमें उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। बावजूद उन्हें लॉकडाउन के कारण जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है।
सामानों की हो गई थी चोरी
छपरा सदर अस्पताल से विक्टर का लैपटॉप, मोबाइल, पासपोर्ट सहित अन्य सामान चोरी हो गए। जिसके बाद पुलिस ने छानबीन के बाद विक्टर का लैपटॉप, मोबाइल तो तलाश लिया, लेकिन अभी तक पासपोर्ट नहीं मिल पाया है। विक्टर ने बताया कि उसने अपने दूतावास से बात कर फिर से पासपोर्ट के लिए अपलाई किया है। दो दिनों में उसका पासपोर्ट बन गया। लेकिन लॉकडाउन की वजह से पासपोर्ट मिलने में उसे चार हफ्ते लग गए। पासपोर्ट मिलने के बाद विक्टर को वीजा एक्सटेंशन मिला है।
तेजस्वी से मिली दिलासा
विक्टर ने बताया कि बिहार होते हुए दार्जिलिंग जा रहा था। तभी बीच में उसे छपरा में पकड़ लिया गया। विक्टर अब अपनी अधूरी यात्रा को पूरी करना चाहता है। लेकिन अभी अनुमति नहीं दी जा रही है। विक्टर के फंसे होने की जानकारी मिलने के बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वीडियो कॉलिंग के जरिए उससे बात की। तेजस्वी ने विक्टर की परेशानी को हल कराने का दिलासा दिलाया है। लेकिन फिलहाल विक्टर अपने हाल में छपरा में ही फंसा है।