सार
मामला बिहार के भागलपुर जिले का है। जहां मायके में एक विवाहिता को घर से खींचकर सुनसान जगह पर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। मामले में पुलिस कार्रवाई नहीं होता देख पीड़िता ने मीडिया को पूरी सच्चाई बताई है।
भागलपुर। घटना 9 फरवरी की है। पीड़िता अपने मायके में थी। माघी पूर्णिमा के मौके पर पीड़िता के माता-पिता बटेश्वर स्थान पूजा-पाठ करने गए थे। बड़ा भाई किसी काम से बाजार गया था। घर में विवाहिता को अकेले देखकर गांव के कुछ दबंग बदमाशों ने उसे घर से खींचकर सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। शाम में माता-पिता के घर आने पर पीड़िता में मामले की जानकारी परिजनों की दी। जिसके बाद पुलिस को शिकायत की गई। लेकिन चार दिन बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होता देख 13 फरवरी को पीड़िता ने मामले की जानकारी मीडिया को दी।
सुनसान ईंट-भट्ठे में बनाया हवस का शिकार
मामला भागलपुर के घोघा थाना क्षेत्र के एक गांव का है। बताया जाता है कि कुछ बदमाश युवकों ने विवाहिता को घर से खींचकर पास के एक ईंट-भट्ठे में ले गए और फिर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। वह कुछ दिन से अपने मायके में रह रही थी। घटना के बाद महिला का पति अब उसे अपनाने से इनकार कर रहा है। घर में पीड़िता को अकेली देख कुछ युवक उसका मुंह दबाकर ईंट-भट्ठे में ले गए और हवस का शिकार बनाया। पीड़िता की मां ने बताया कि देर रात जब घर लौटे तो बेटी ने आपबीती सुनाई।
पैसा का प्रलोभन देकर रफा-दफा करने की कोशिश
मामले में 10 फरवरी को घोघा थाने में युवकों के खिलाफ आवेदन दिया। लेकिन चार दिन बाद भी पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। उसने आरोप लगाया कि पुलिस और गांव के कुछ दबंग पैसा का प्रलोभन देकर मामले को रफा-दफा करने का दबाव डाल रहे हैं। जिसके बाद तंग आकर पीड़िता की मां व भाई ने गुरुवार को मीडिया के सामने मामले को उजागर किया। दूसरी ओर घोघा पुलिस का कहना है कि हमारी जानकारी में इस तरह का मामला नहीं आया है। अगर महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है तो इसकी जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।