सार
पटना गैंगरेप मामले में विरोध-प्रदर्शन तेज हो गया है। विपक्षी दलों के साथ-साथ हाल ही संपन्न हुए छात्रसंघ चुनाव के नेता भी इस मुद्दे पर सरकार और प्रशासन को घेरते नजर आ रहे हैं।
पटना। एक प्रतिष्ठित कॉलेज की छात्रा से गैंगरेप से बिहार की सियासत गर्मा गई है। विपक्षी दलों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। अपराधियों का बोलबाला है। दूसरी ओर हाल ही में संपन्न हुए पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव से चुने गए छात्र नेता ने भी इस मामले में तीखा विरोध-प्रदर्शन कर रहे है। आज पटना विवि के प्रतिरोध मार्च करने जा रहे है। बीएन कॉलेज से निकल कर यह मार्च पटना के प्रमुक चौक-चौराहों से गुजरेगा। बता दें कि शुक्रवार को गैंगरेप केस की पीड़िता लड़की के समर्थन में हुए छात्र विरोध पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। दो छात्रों को हिरासत में भी लिया गया था। इसके बाद छात्रों का गुस्सा और भड़क गया है।
पुलिस ने गैंगरेप वाले कमरे को किया सील
दूसरी ओर पीड़िता का मेडिकल टेस्ट हो चुका है। जिसमें गैंगरेप की पुष्टि हुई है। साथ ही मेडिकल रिर्पोट में यह भी सामने आया कि दरिंदों ने गैंगरेप के दौरान पीड़िता को सिगरेट से जलाया था। मामले में दो आरोपी अबतक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जबकि दो फरार के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस का कहना है कि यदि जल्द दोनों आरोपी नहीं पकड़े जाते हैं तो उनके घर को कुर्की भी किया जा सकता है। मामले की जांच में जुटी पुलिस ने उस कमरे को सील कर दिया है जहां पूरी वारदात हुई थी। वहां से पुलिस ने कई अहम सबूतों को भी जमा किया है।
घटना 9 दिसंबर की, बाद में हुआ था खुलासा
उल्लेखनीय है कि गैंगरेप की यह घटना 9 दिसंबर की है। लेकिन मामले का खुलासा देर से हुआ। शुरुआत में पीड़िता लोकलाज के डर से चुप थी। पीड़िता के पिता एक बड़े अधिकारी बताए जाते है। गैंगरेप से चार आरोपी विपुल, मनीष, अश्विनी सिंह राजपूत, अमन भूमि में से दो विपुल और मनीष ने शुक्रवार को ही सरेंडर कर दिया था। अश्विनी और अमन अभी फरार है। मिली जानकारी के अनुसार विपुल इस पूरे कांड का मुख्य आरोपी है। पीड़िता का विपुल के साथ पहले से दोस्ती थी। इस दौरान विपुल ने पीड़िता की कुछ तस्वीरें ले ली थी। जिसे देने के बहाने गांधी पथ पर एक दोस्त के कमरे पर बुलाया था जहां बारी-बारी से उसके साथ दरिंदगी की गई थी।
प्रतीकात्मक फोटो