सार
कहने को ये आधुनिक और वैज्ञानिक युग है। लेकिन इसके बाद भी लोग पुराने अंधविश्वासों से ऊपर नहीं उठ पा रहे हैं। भूत-प्रेत, डायन जैसे विषयों पर लोगों का अब भी विश्वास है। कई बार इस अंधविश्वास के कारण मारपीट और हत्या तक की घटनाएं हो चुकी है।
औरंगाबाद। विज्ञान ने बहुत तरक्की कर ली है। लेकिन कुछ लोग ऐसे अब भी है, जो पुरानी जड़ता से मुक्त नहीं हो सके हैं। इन लोगों का अब भी भूत-प्रेत, डायन-जोगन पर विश्वास है। ताजा मामला बिहार के औरंगाबाद जिले के गोह थाना क्षेत्र का है। जहां शुक्रवार को कुछ लोगों ने डायन का आरोप लगाकर एक महिला व उसके पति की बेरहमी से पिटाई कर दी। बीच-बचाव करने आई महिला के सास को भी नहीं बक्खा और उसे बुरी तरह पीटा दिया। जिसके कारण तीनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
एनएमसीएच गया रेफर किया गया जख्मी पति
मिली जानकारी के अनुसार मानवता को शर्मसार करने वाली ये घटना गोह थानाक्षेत्र के बाजार वर्मा गांव की है। जख्मी लोगों में बाजार वर्मा गांव के धनंजय यादव, उसकी पत्नी संगीता देवी व महिला की सास पनवा देवी शामिल है। सभी जख्मियों को इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने धनंजय नाजुक हालत देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए एनएमसीएच गया रेफर कर दिया। जख्मी संगीता ने बताया कि पड़ोसी जैलेन्द्र यादव व व्यास यादव ने डायन का आरोप लगाकर उसके दरवाजे पर गाली-ग्लौज कर रहे थे। इसपर उसके पति ने उनका विरोध किया तो मारपीट शुरू हो गई। बताया जाता है कि पति पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस दौरान उनलोगों ने बेरहमी से उनकी पिटाई की।
शिकायत करने थाने पहुंचे तो पुलिस ने भी पीटा
जख्मी महिला ने सुभाष यादव की पत्नी सुनीता देवी व ब्यास यादव की पत्नी शारदा देवी पर भी मारपीट करने का आरोप लगाया है। मारपीट में अपनी बेटी संगीता व उसके परिवार को जख्मी होने की सूचना पर उसका पिता थानाक्षेत्र के खोरीखाप गांव निवासी रामकृत यादव वहां मौके पर पहुंचे। पूरी जानकारी लेने के बाद वे अपनी बेटी व दामाद को जख्मी देख इसकी सूचना देने गोह थाना पहुंचे। जहां शिकायत दर्ज करने के मुद्दे पर पुलिस से विवाद हो गई। पुलिसकर्मियों ने महिला के पिता की पिटाई कर दी। उसने बताया कि पुलिस द्वारा उसकी बाइक को भी जब्त कर लिया गया है। मामले में थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर उचित कार्रवाई की जा रही है। हालांकि उन्होंने पुलिस द्वारा मारपीट के आरोप को बेबुनियाद बताया।