सार
गंगा में नहा रही 40 से अधिक भैंसों की ड्रेजिंग जहाज की चपेट में आने से मौत हो गई। यही नहीं उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे 8 चरवाहे भी ड्रेजिंग जहाज की चपेट में आ गए।
भागलपुर(Bihar). बिहार के भागलपुर में रविवार को गंगा का पानी खून से लाल हो गया। यहां गंगा में नहा रही 40 से अधिक भैंसों की ड्रेजिंग जहाज की चपेट में आने से मौत हो गई। यही नहीं उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे 8 चरवाहे भी ड्रेजिंग जहाज की चपेट में आ गए। उनमें से 6 को बचा लिया गया है लेकिन 2 चरवाहों का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। एसडीआरएफ की टीम उनकी खोजबीन में लगी हुई है।
जानकारी के मुताबिक रविवार को दोपहर एक बजे बड़ी खंजरपुर के रहने वाले अधिक यादव अपने पुत्र प्रदीप के साथ, कुप्पाघाट के जितेंद्र यादव, बड़ी खंजरपुर निवासी लखन यादव, मायागंज निवासी दशरथ यादव अपने 15 वर्षीय पुत्र चंदन के साथ, कुप्पाघाट निवासी विजय यादव, धीरज यादव और मायागंज के रहने वाले कारू यादव अपनी-अपनी भैंस को लेकर चराने के बाद मठ घाट पहुंचे। वह वहां भैंसों को रोज की तरह नहलाने ले गए थे। इसी बीच वहां ड्रेजिंग जहाज आ गया जिसकी चपेट में सारे मवेशी आ गए।
खंजरपुर घाट से गुजर रहे थे ड्रेजिंग जहाज
बताया जा रहा है कि मवेशियों को गंगा में नहलाने के दौरान ही वहां से चार ड्रेजिंग जहाज खंजरपुर घाट से गुजर रहे थे। इसी बीच जहाज गुजरने से उठी लहरों ने मवेशियों के साथ चरवाहों को भी तेज धार में बहा ले गई। देखते-देखते 60 मवेशियों के साथ सभी आठ चरवाहों को जहाज के प्रोपेलर ने खींच लिया। सूचना है कि जहाज़ों के पंखे में फंस कर तकरीबन 40-45 मवेशियों की मौत हो गई. वहीं एसडीआरएफ की टीम तुरंत ही मौके पर एक्टिव हुई जिसके बाद 6 चरवाहों को सुरक्षित बचा लिया गया, जबकि दो की तलाश अभी भी जारी है। माना जा रहा है कि जहाज के पंखे में फंस कर उनकी मौत हो गई है। हांलाकि अभी उनकी तलाश जारी है।