सार

मुजफ्फरपुर  शेल्टर होम केस में 12 दिसंबर को फैसला सुनाए जाने की उम्मीद थी। लेकिन तब जज की छुट्टी के कारण टालकर 14 जनवरी कर दिया गया था। अब 14 जनवरी से भी फैसला टाल दिया गया है। 
 

मुजफ्फरपुर। दिल्ली की साकेत कोर्ट में आज मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में सजा सुनाया जाना था। लेकिन इसे टाल दिया गया है। अब इस मामले में 20 जनवरी की तारीख दी गई है। यदि 20 को फैसला टाला नहीं गया तो उस दिन इस मामले में फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है। बता दें कि इससे पहले 12 दिसंबर को भी इस केस में फैसला सुनाया जाना प्रस्तावित था। लेकिन तब एडिशनल जज के अवकाश पर होने के कारण फैसले को टाल दिया गया था। इस केस में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत 21 अन्य आरोपियों पर फैसला सुनाया जाना है। 

सीबीआई की दलील में लड़कियों की हत्या की बात गलत
बता दें कि 12 दिसंबर से 14 जनवरी के बीच सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई की ओर से पेश किए गए रिपोर्ट में बताया गया था कि इस केस में जिन 31 लड़कियों की हत्या की बात की जा रही थी, वो गलत है। सीबीआई ने सभी लड़कियों के जीवित होने की दलील सुप्रीम कोर्ट में पेश की थी। लेकिन सीबीआई की इस दलील पर कई सवाल खड़े हुए थे। बिहार के विपक्षी दल समेत कई अन्य लोग इस केस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगा रहे हैं। 

एक अक्टूबर को फैसला रखा गया था सुरक्षित
उल्लेखनीय हो कि इस केस में पॉस्को एक्ट समेत अन्य मामलों में केस दर्ज हुआ था। टाटा सोशल साइंस (टिस) की रिपोर्ट के बाद इस मामले का खुलासा 2018 में हुआ था। जिसके बाद 31 अक्टूबर 2018 को महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। 18 दिसंबर 2018 को सीबीआई ने मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत 21 अन्य पर चार्जशीट की थी। सुनवाई के बाद एक अक्टूबर 2019 को साकेट कोर्ट ने मामले में फैसला को सुरक्षित रख लिया था। जिसके बाद से फैसला की तारीख को टाला जा रहा है।