सार
बॉर्डर की 20 मीटर जमीन को अपना बताते हुए नेपाल पुलिस ने भिठ्ठामोड़ मुख्य चौक से नो मेंस लैंड तक चल रहे सड़क निर्माण कार्य को रोक दिया। भिठ्ठा कैंप के एसएसबी जवानों और नेपाल पुलिस के बीच हुई बातचीत से भी कोई समाधान नहीं निकल सका। भिठ्ठा ओपी प्रभारी राजेश कुमार ने कहा है कि पहल करने के बावजूद निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया।
सीतामढ़ी (Bihar) । नेपाल ने फिर विवाद खड़ा कर दिया। भारत-नेपाल बॉर्डर पर भारतीय क्षेत्र में हो रहे सड़क निर्माण को रोक दिया है। वह 20 मीटर जमीन पर अपना दावा ठोक रहा है। जिसे लेकर बार्डर पर इतना विवाद बढ़ गया कि दोनों तरफ से जवानों का जमावड़ा होने लगा। हालांकि इस समय स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन तनाव बरकरार है। हालांकि पैमाइस के बाद काम शुरू करने की बात कही जा रही है। यह मामला सीतामढ़ी के भिट्ठामोड़ बॉर्डर का है। बताया जा रहा है कि सड़क का निर्माण भिठ्ठामोड़ चौक से नो मेंस लैंड तक हो रहा है, जिसपर नेपाल ने अपना दावा ठोक रहा है।
भिठ्ठामोड़ चौक से नो मेंस लैंड तक बन रही है सड़क
बॉर्डर की 20 मीटर जमीन को अपना बताते हुए नेपाल पुलिस ने भिठ्ठामोड़ मुख्य चौक से नो मेंस लैंड तक चल रहे सड़क निर्माण कार्य को रोक दिया। भिठ्ठा कैंप के एसएसबी जवानों और नेपाल पुलिस के बीच हुई बातचीत से भी कोई समाधान नहीं निकल सका। भिठ्ठा ओपी प्रभारी राजेश कुमार ने कहा है कि पहल करने के बावजूद निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया।
अफसरों ने कही ये बातें
विवाद बढ़ने की सूचना मिलने के बाद जलेश्वर नगरपालिका (नेपाल क्षेत्र) के मेयर शंकर शाही भी भिठ्ठामोड़ सीमा पर पहुंचे। उन्होंने नेपाल पुलिस के अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि अपने स्तर से बातचीत कर दो-तीन दिनों में सड़क निर्माण शुरू कराने का प्रयास करेंगे। वहीं, सीतामढ़ी के एसपी अनिल कुमार ने कहा कि एसएसबी के अधिकारियों ने बॉर्डर पर बातचीत की है और प्रोटोकॉल के अनुसार मामले का समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है।