सार
बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा 8 मई को आयोजित की गई थी लेकिन एग्जाम से पहले ही पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अलग-अलग टेलीग्राम ग्रुप्स पर प्रश्न पत्र वायरल किए गए थे। मेन पेपर से वायरल पेपर मैच भी कर रहे थे।
पटना : बिहार में बीपीएससी परीक्षा में पेपर लीक (BPSC paper leak) होने से जहां लाखों प्रतियोगी छात्र अधर में लटके हुए हैं तो सियासत ने भी जोर पकड़ा हुआ है। इस मामले में जांच का दावा कर रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार को बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने प्रतियोगी परीक्षार्थियों का समर्थन करते हुए लिखा है कि बीपीएससी में हुई धांधली से करीब 6 लाख स्टूडेंट्स का भविष्य अधर में है। सरकार को चाहिए कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराए और मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ्तारी के साथ BPSC चेयरमैन को तत्काल बर्खास्त करें ताकि छात्रों के साथ न्याय हो सके। वरुण गांधी ने सीएम से कहा है कि परीक्षा की नई तारीख का ऐलान भी जल्द से जल्द किया जाना चाहिए।
अधर में छात्रों का भविष्य- वरुण गांधी
वरुण गांधी ने सीएम को लिखा पत्र में कहा है कि कई अभ्यर्थियों ने उनसे भी संपर्क किया है और अपनी परेशानियां बताई है। मैंने उनकी परेशानियों को आपके पास पहुंचाने की एक कोशिश भर की है। उन्होंने लिखा है कि लाखों स्टूडेंट्स दूर-दूर से पेपर देने अलग-अलग सेंटर्स पर पहुंचे थे। पैसों की तंगी के कारण कई ने तो रातभर सड़क पर ही गुजारी थी। ऐसे में उन्हें परीक्षा की अगली तारीख का इंतजार है। उन्होंने आगे लिखा- बहुत ही आशा के साथ मैं आपको यह पत्र लिख रहा हूं। मुझे पूरी उम्मीद है कि आप इस पत्र में छिपे लाखों प्रतियोगी छात्रों के दर्द को समझेंगे और उचित कारर्वाई करेंगे। क्योंकि 8 मई को आयोजित प्रिलिम्स पेपर लीक होने से लाखों छात्रों का मूल्यवान समय व्यर्थ ही चला गया। इससे उनका कॉन्फिडेंस भी कम हुआ है और यह सब हुआ है भ्रष्ट तंत्र और आयोग के अंदर बैठे भ्रष्टाचारी लोगों की मिलीभगत से।
नकल माफियाओं का बेनकाब होना बाकी
बीजेपी सांसद ने पत्र में आगे लिखा है कि बिहार सरकार द्वारा गठित जांच कमिटी ने आनन-फानन में जांच कर इस मामले में शामिल कई लोगों की गिरफ्तारियां की है लेकिन अब भी सफेदपोश नकल माफियाओं का बेनकाब होना बाकी है। उन्होंने सीएम से कहा- मैं सभी पीड़ित छात्रों की तरफ से आपसे यह मांग करता हूं कि आयोग की इस बड़ी नाकामी के जवाबदेह बीपीएससी के अध्यक्ष को तत्काल बर्खास्त किया जाए और नए सिरे से निष्पक्ष जांच कमिटी गठित कर फिर से जांच करवाई जाए। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को सुझाव देते हुए कहा कि
बीपीएससी जैसी प्रतिष्ठित संस्था की गिरती साख को संभालें। लाखों युवाओं के साथ-साथ महान राज्य बिहार का भविष्य भी नीतीश कुमार जी आपके हाथों में है। आप इस मामले में कड़ी कार्रवाई कर देशभर में एक मिसाल पेश करेंगे।
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