सार

नीतीश की मंत्री ने जदयू विधायक को  5 करोड़ का मानहानि का नोटिस भेजा है। मामले में 15 दिनों में  जवाब देने को कहा गया है अन्यथा वो उनके खिलाफ केस करेगी। वहीं विधायक ने कहां कि वो अपनी बात पर टिकी रहेगी। उनके पास अपनी बात सही साबित करने के पूरे सबूत है।

पटना (बिहार). बिहार में सरकार चला रही जदयू की आपस में ही नहीं बन रही। मंत्री पद नहीं मिलने से नाराज चल रही जदयू की विधायक बीमा भारती ने हाल ही में मंत्री बनी लेशी सिंह को लेकर बीते दिनों बयान दिया था, जो लेशी सिंह को अच्छा नहीं लगा। अब मंत्री लेशी सिंह ने अपनी ही पार्टी के विधायक बीमा भारती पर पांच करोड़ के मानहानी का नोटिस दिया है। नोटिस मिलने के बाद विधायक बीमा भारती ने कहा कि मंत्री के नोटिस का जवाब दो दिनों के अंदर दे देगी। 

अपने बयान पर कायम आज भी कायम हूं : विधायक
पूर्व मंत्री और जदयू विधायक बीमा भारती ने कहा है कि लेशी सिंह के बारे में हम जो कहे थे उस बयान पर कायम हैं। हमारी तबीयत खराब हो गयी थी। अस्पताल में भर्ती थे। घर आई तो पता चला की लेशी सिंह ने मेरे खिलाफ पांच करोड़ का नोटिस भेजा है। बीमा भारती ने कहा कि एक मामले में लेशी सिंह के खिलाफ साक्ष्य भी है और कोर्ट में केस भी किया हुआ है। फिर भी वह मंत्री बनी हुई हैं। बीमा भारती ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेशी सिंह को मंत्री पद से हटाने की मांग की। कहा कि हम अतिपिछड़ा और मंडल समाज से आते हैं। इस कारण हमें दबाने की कोशिश लेशी सिंह कर रही हैं। लेकिन, जो गलत है उसके खिलाफ हम आवाज उठाएंगे। 

मंत्री ने नोटिस देकर पंद्रह दिन में मांगा जवाब, नहीं तो करेगी केस
बता दें कि लेशी सिंह ने बीमा भारती के खिलाफ पांच करोड़ के मानहानि के दावे के लिए कानूनी नोटिस भेजा है। नोटिस के माध्यम से पंद्रह दिनों के अंदर जवाब मांगा गया है। इसके बाद अदालत में मुकदमा दायर किया जाएगा। मंत्री की ओर से वरीय अधिवक्ता अवधेश कुमार तिवारी ने बताया कि 13 दिन बीत चुके हैं। अभी तक नोटिस का जबाव नहीं मिला है। समय सीमा खत्म होते ही कोर्ट में फौजदारी और दीवानी दोनों केस दायर किए जाएंगे।

विधायक ने मंत्री पर जाति सूचक टिप्पाी के साथ भ्रष्टाचार के लगाए हैं आरेाप
अधिवक्ता ने बताया कि विधायक ने मंत्री के खिलाफ जातिसूचक टिप्पणी के साथ-साथ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। वहीं मंत्री पर महज प्राथमिकी दर्ज होने से अपराधी होने की बात कही जा रही है। जबकि इस मामले में कोर्ट ने मंत्री को अपराधी नहीं माना है। दूसरी तरफ मंत्री के बेटे के कारोबार में शामिल होने का आरोप भी लगाया गया, जो सरासर गलत है। मंत्री की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।  

यह है मामला
मंत्री बनने के बाद विधायक बीमा भारती मंत्री लेसी सिंह के खिलाफ खुलकर मैदान में आ गईं थीं। उन्होंने लेसी सिंह पर हत्या सहित अन्य आपराधिक मामलों में शामिल होने का आरोप लगाया था। बीमा भारती ने सीएम नीतीश कुमार से लेसी सिंह को अविलंब मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की थी, लेकिन नीतीश कुमार ने उनके मांगों को खारीज कर दिया था। बीमा भारती की ओर से मंत्री लेसी सिंह पर लगाए गए आरोप पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि इस प्रकार का बयान नहीं देना चाहिए। सभी लोग मंत्री नहीं बन सकते। हमने बीमा भारती को मिलने बुलाया, लेकिन वह मिलने नहीं आई। उन्होंने कहा कि लेसी सिंह पर लगे आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कहीं और जाने का मन है, तो वह जा सकती हैं। पहले बीमा भारती को अच्छे से समझाया जाएगा। अगर नहीं मानेंगी तो पार्टी कार्रवाई करेगी।

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