सार
बुधवार को पटना के चांदमारी रोड में प्रोफेसर शिव नारायण राम की हुई दिनदहाड़े हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामले में पुलिस ने प्रोफेसर के छोटे भाई वीरेंद्र राम सहित छह अन्य को गिरफ्तार किया है।
पटना। टीपीएस कॉलेज के प्रोफेसर शिवनारायण राम की हत्या का राज पुलिस ने उजागर कर दिया है। मामले में पुलिस ने प्रोफेसर के छोटे भाई सहित छह अन्य अपराधियों को गिरफ्तार किया है। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि प्रोफेसर की हत्या अवैध संबंध के कारण हुई। मृतक की पत्नी का अपने देवर से अवैध संबंध था। प्रोफेसर का छोटा भाई वीरेंद्र राम जो मर्चेंट नेवी में काम करता है, का अपनी भाभी से अवैध संबंध था। कंकड़बाग पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए वीरेंद्र राम, विकास कुमार उर्फ बिल्ला, धीरज कुमार, अमरजीत कुमार, प्रेमसागर और शैलेंद्र किशोर को गिरफ्तार किया है। प्रोफेसर के छोटे भाई वीरेंद्र ने विकास, धीरज, प्रेमसागर और अमरजीत ने दो लाख रुपए में हत्या की सुपारी दी थी।
देवर से 10 वर्षों से था अवैध संबंध, पति ने किया था विरोध
पुलिस ने वारदात में शामिल दो स्कूटी, देसी पिस्टल, एक गोली और छह मोबाइल को बरामद कर लिया है। हालांकि प्रोफेसर की हत्या की मुख्य वजह बनी उनकी पत्नी पर पुलिस ने अभी कोई कार्रवाई नहीं की है। बताया जाता है कि प्रोफेसर की पत्नी का अपने देवर के साथ बीते 10 वर्षों से अवैध संबंध था। इसकी जानकारी प्रोफेसर को भी थी। जिसका उन्होंने विरोध किया था। इस कारण से दोनों भाईयों में बातचीत तक बंद थी। लेकिन देवर का अपनी भाभी से हो रहा था। देवर और भाभी का मोबाइल इस हत्याकांड के खुलासे में बड़ा जरिया बना।
दिनदहाड़े गोली मार की गई थी प्रोफेसर की हत्या
मालूम हो कि टीपीएस कॉलेज में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर शिवनारायण राम की हत्या बुधवार को दिनदहाड़े गोली मारकर की गई थी। पूर्वी इंदिरा नगर में अपने परिवार के साथ रहने वाले प्रोफेसर की हत्या चांदमारी रोड के गली नंबर 8 में हुई थी। हत्या के बाद शुरुआती जांच में प्रोफेसर के पिता ने किसी से दुश्मनी होने की बात से इंकार किया था। जिसके बाद शक की सुई अपने लोगों पर घुमने लगी थी। इसी बीच पुलिस ने मृतक की पत्नी के मोबाइल की जांच की। जहां पुलिस ने देखा कि मृतक की पत्नी का अपने देवर से वाट्स एप पर कई बार बातचीत हुई है। जिसके बाद पुलिस ने वीरेंद्र को उठाया। पूछताछ ने उसने मामले का खुलासा किया, जिसके बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सका।