सार
लॉकडाउन और खरमास के महीने में जबरन शादी कराने का एक मामला बिहार के मधुबनी जिले से सामने आया है। मामले में पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ नामजद और 150 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। सभी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
मधुबनी। हिंदू रिती-रिवाज के अनुसार इस समय खरमास का महीना चल रहा है। जिसमें शादी-विवाह समेत अन्य कोई शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। लेकिन इसी बीच बिहार के मधुबनी में एक ऐसी शादी हुई, जिसकी पूरे जिले में चर्चा है। दरअसल शादी से पहले दूल्हे को जमकर पीटा गया। दुल्हन उसे पिटता देख चिल्लाती रही, न मारने का गुहार लगाती रही। लेकिन गांव वालों ने कुछ नहीं सुना। जमकर पीटने के बाद दोनों की जबरन शादी करा दी गई। ताज्जुब की बात यह है कि जबरन शादी के बंधन में बंधा दूल्हा-दुल्हन नाबालिग है। मामले में 8 लोगों के खिलाफ नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
लड़की के बुलावे पर पहुंचा था लड़का
मामला मधुबनी के बासोपट्टी थाना क्षेत्र के मोहन बाबा कुट्टी का है। पुलिस से मामले की शिकायत प्रखंड विकास पदाधिकरी मनीष कुमार सिंह ने की है। मिली जानकारी के अनुसार सिरियापुर पंचायत में एक नाबालिग जोड़ी एक घर में पकड़े गए। जिसके बाद युवक की पिटाई की गई। उसके बाद ग्रामीणों ने नाबालिग प्रेमी जोड़े को पकड़कर मोहन बाबा मंदिर पर लाए और उन दोनों की जबरन शादी करवा दी। थानाध्यक्ष इंदल यादव ने बताया कि लड़की के बुलाने पर रात में लड़का उसके घर आया था। इसके बाद लड़की के चाचा ने उसे पकड़ कर बांध दिया और स्वजाति होने के कारण समाज के दोनों पक्ष के लोग आपस में मिलकर मंदिर ले जाकर दोनो की शादी करा दी।
शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
घटना की जानकारी होते ही स्थानीय प्रशासन मौके पर दलबल के साथ पहुंचा। लेकिन पुलिस को देखते ही सभी लोग भागने में सफल रहे, लेकिन नाबालिग जोड़े को वहीं पकड़ लिया गया।पुलिस ने मामले में लॉकडाउन का उल्लंघन और नाबालिग की शादी करने का मामला दर्ज किया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि अभी कोरोना को लेकर लॉकडाउन चल रहा है। इसमें समाज के लोगों के द्वारा बाल विवाह जैसे अपराध जानबूझ कर किया गया है। जहां जबरन नाबालिग जोड़े की शादी कराई जा रही थी। वहां लोग इस शादी का विरोध करने व पुलिस प्रशासन को सूचना देने के बजाए मजे से शादी का वीडियो बना रहे थे। इस शादी से संबंधित एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें साफ तौर पर देखा जा रहा है कि स्थानीय लोग जबरन लॉकडाउन का उल्लंघन कर बाल विवाह में शामिल है।