सार
मामला बिहार के कैमूर जिले का है। जहां एनएच 2 पर विशेष जांच अभियान चला रही पुलिस ने बंगाल नंबर की सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार से सवा करोड़ रुपए बरामद किए। मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में भी लिया है।
कैमूर। होली से पहले बिहार के वैसे जिले जिनकी सीमा दूसरे राज्यों से मिलती है, वहां सख्ती से वाहन चेकिंग अभियान चल रहा है। अभियान का मकसद शराब के अवैध धंधे पर लगाम लगाना है। बिहार-यूपी की सीमा पर अवस्थित कैमूर जिले में चल रहे समकालीन अभियान में शनिवार को जिला पुलिस ने एक कार से सवा करोड़ रुपए के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है। कार से बरामद हुए रुपए इतने अधिक थे कि उनको काउंट करने के लिए बैंक से पैस गिनने वाली मशीन मंगवानी पड़ी। मिली जानकारी के अनुसार कार बंगाल नंबर की है। हिरासत में लिए दो युवक भी बंगाल के ही बताए जाते हैं।
एनएच-2 पर मोहनिया थाना क्षेत्र में हुई बरामदगी
रुपए की बरामदगी एनएच-2 पर कैमूर के मोहनिया थाना क्षेत्र में हुई। होली पूर्व एसपी के निर्देश पर मोहनिया पुलिस हाई वे विशेष जांच अभियान चला रही थी। इसी दौरान बंगाल नंबर की एक सफेद स्विफ्ट डिजायर कार को पुलिस ने रोका। उक्त कार में दो लोग सवार थे। जब पुलिस ने कार की सख्ती से जांच की तो उसमें एक करोड़ 25 लाख रुपए कैश मिले। इतने बड़े रुपए की बरामदगी को देख मोहनिया पुलिस की आंखें भी चौंधिया गई। जांच अभियान में लगी टीम ने तत्काल मामले की जानकारी वरीय अधिकारियों को दी। जिसके बाद कार को लेकर थाने लाया गया। जहां पैसों को गिनने के लिए मशीन मंगवाई गई।
हिरासत में लिए गए दोनों युवक बंगाल के निवासी
कार से हिरासत में लिए गए दोनों युवकों की पहचान हुगली निवासी जाहिद हुसैन और मेदनीपुर निवासी शहनूर मलिक के रूप में हुई है। दोनों ने पुलिस को बताया कि उक्त पैसे इंडिया सांडी और कंपनी के हैं। हालांकि बाद में वो अपना बयान बदल रहे थे। पुलिस के पूछे सवालों का जवाब सही से नहीं देने के बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया है। साथ ही कैश बरामदगी की जानकारी आयकर विभाग को भी दी गई है। पकड़े गए युवकों ने बताया कि मेदनीपुर में फर्नीचर का कारोबार चलाने वाले नूर हसन ने 24 फरवरी को इसी कार से दोनों को बनारस भेजा था। कैमुर एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि मामले की सख्ती से जांच की जा रही है।