सार
सीएबी विवाद पर प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। दोनों के बीच करीब दो घंटे की बातचीत हुई। जिसके बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मुझे आश्वस्त किया है कि बिहार में एनआरसी लागू नहीं होगा।
पटना। नागरिकता संशोधन बिल पर जारी विरोध के बीच शनिवार को जदयू नेता प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब दो घंटे तक बातचीत हुई। जिसके बाद प्रशांत किशोर ने बाद दावा किया कि बिहार में एनआरसी लागू नहीं होगा। मीडिया से बात करते हुए प्रशांत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मुझसे यह बात खुद बताई। मुख्यमंत्री ने मुझसे कहा कि मैं एनआरसी के खिलाफ हूं। प्रशांत ने कहा कि एनआरसी के साथ मिल जाने पर नागरिकता संशोधन बिल (सीएबी) खतरनाक हो जाएगा। लेकिन सीएबी अपने-आप में बहुत बड़ी चिंता नहीं है। सीएम ने मुझसे पूरा मामला उन पर छोड़ देने को कहा है।
जल-जीवन-हरियाली यात्रा के बाद जवाब देंगे सीएम : प्रशांत
सीएबी पर प्रशांत के बयान का जदयू के कुछ नेताओं ने विरोध किया था। इस पर प्रशांत ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने मुझसे कहा है कि पार्टी के अन्य नेताओं की टिप्पणियों से चिंतित होने की जरूरत नहीं है। पार्टी में हर कोई क्या बोल रहा है, मैं इसका जवाब नहीं दूंगा। जल-जीवन-हरियाली यात्रा के बाद ही नीतीश कुमार ही जवाब देंगे। आरसीपी सिंह पार्टी के बड़े नेता हैं। उनकी बात को तूल देने की जरूरत नहीं है। कोई कुछ भी कहे कहता रहे, मैं व्यक्तिगत टीका-टिप्पणी नहीं करूंगा। मुख्यमंत्री ने इन बातों के लिए मुझे आश्वसत किया है। मैंने भी अब इस मामले को उनपर छोड़ दिया है।
तीन बार की इस्तीफे की पेशकश, सीएम ने ठुकरा दिया
प्रशांत किशोर ने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान मैंने जदयू से अपने इस्तीफे की पेशकश की। दो घंटे की बातचीत में उन्होंने तीन बार कहा कि आप (सीएम) चाहें तो मैं अभी इस्तीफा दे देता हूं। लेकिन सीएम ने मेरे इस्तीफे की पेशकश को ठुकरा दिया। प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि मैं नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ था और आगे भी रहूंगा। प्रशांत ने कहा, "जहां तक सवाल नागरिकता संशोधन बिल का है तो मेरा रुख अभी भी वही है। इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। और ना होगा। मैंने अपनी बातें सार्वजनिक रूप से कही थी। लेकिन मेरा मकसद नीतीश कुमार को टारगेट करना नहीं था। मैंने उनके लिए यह बात नहीं कही थी। मैंने सभी लोगों के लिए यह बात कही। पार्टी के अल्पसंख्यक नेता लगातार सीएम से बात करके अपनी राय रख रहे हैं।"