सार

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस के जांच अधिकारी के तबादले के बाद नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर हैं। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार पर कैबिनेट में बैठे बलात्कारियों को बचाने का आरोप लगाया है। 
 

पटना। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री पर तीखा हमला बोला है। अपने लेटेस्ट ट्वीट में राबड़ी देवी ने नीतीश पर आरोप लगाया कि वो कैबिनेट में बैठे बलात्कारियों को बचाना चाहते हैं। बता दें कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में जांच अधिकारी के तबादले के बाद नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर है। इसी कड़ी में राबड़ी देवी ने ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार पर यह आरोप लगाया है साथ ही कुछ सवाल भी पूछे हैं। 

ब्रजेश को क्यों विज्ञापन देते थे सीएमः राबड़ी
राबड़ी देवी ट्वीट करते हुए लिखा कि CM बलात्कारियों को बचाना चाहते है क्योंकि मूँछ वाले, तोंद वाले अन्य आरोपी उनके साथ कैबिनेट में बैठे है? नीतीश जी बतायें, वो ब्रजेश ठाकुर के अख़बार को करोड़ों का विज्ञापन क्यों देते थे? उसके NGO को फ़ंड क्यों करते थे? उसके घर केक खाने क्यों जाते थे? उसे चुनाव क्यों लड़वाते थे? बता दें कि मुजफ्फरपुर शेल्टर केस के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर का नीतीश कुमार के साथ-साथ बिहार सरकार के कई मंत्रियों से नजदीकी संबंध था। उनकी मंत्रियों के साथ कई तस्वीरें सार्वजनिक है। 

जांच अधिकारी अभय सिंह का हुआ तबादला
हालांकि इस केस में ब्रजेश ठाकुर के साथ  बिहार सरकार के कौन-कौन मंत्री शामिल थे, इसका अबतक खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन केस की जांच कर रहे डीआईजी अभय सिंह का सीबीआई ने तबादला कर दिया है। जिसके बाद से विपक्ष लगातार हमलावर है। बीते दिनों जिस दिन इस केस की सुनवाई होनी थी, उस दिन मजिस्ट्रेट के अवकाश पर होने के कारण फैसला नहीं दिया गया था। फैसला आने से पहले केस के जांचकर्ता का तबादला किया जाना सवाल खड़े कर रहा है।  

क्या है मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस
सभी जिलों में लावारिस बच्चियों के रहने के लिए सरकार द्वारा पोषित बालिका गृह बना हुआ है। मुजफ्फरपुर के बालिका गृह की देखरेख ब्रजेश ठाकुर किया करते थे। टाटा सोशल साइंस (टिस) की रिपोर्ट में बताया गया था कि मुजफ्फपुर शेल्टर होम में रह रही 34 बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ था। बच्चियों के साथ मारपीट भी की जाती थी। फिलहाल ब्रजेश ठाकुर जेल में बंद है। लेकिन मामले में शामिल सरकारी अधिकारी अथवा मंत्रियों का नाम सामने नहीं आया है।