सार
बिहार में शराब बंदी का कानून लागू होने के बाद इसका अवैध धंधा लोगों को अपनी गिरफ्त में लेता जा रहा है। ताजा मामलें में प्रदेश के सारण जिलें में जहरीली शराब पीने से 7 लोग इसके शिकार हुए, जिसमें 5 लोगों की जान चली गई और 2 लोगों की आंख की रोशनी चली गई।
सारण (बिहार). बिहार में फिर जहरीली शराब ने 5 लोगों की जिंदगी ले ली। जबकि दो लोगों की आंखों की रौशनी चली गई। दोनों गंभीर हालत में अस्पताल में इलाजरत हैं। मामला सारण जिले के गरखा थाना क्षेत्र के मोतिराजपुर पंचायत के ओढ़ा गांव की है है। इधर, घटना की सूचना पर प्रशासनिक लोग गांव पहुंचे। परिवार के लोगों का कहना है कि सभी ने शराब पी थी। अचानक तबियत बिगड़ने पर सभी को अस्पताल लाया गया जहां पांच लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। पांच के लोगों के मौत से परिवार के लोगों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है।
पुलिस का ग्रामीणों ने किया विरोध
घटना की सूचना पर गरखा थाना की पुलिस गांव पहुंची। थाना प्रभारी रामसेवक रावत समेत सीओ जौवाद आलम समेत अन्य गांव आए। पुलिस का कहना था कि बीमारी से लोगों की मौत हुई। जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। जिसके बाद गांव से निकल पुलिस कर्मियों वारिय अधिकारियों को मामले जानकारी दी। पुलिस ग्रामीणों को समझाने में जुटी हुई है।
जहरीली शराब पीने के बाद इनकी हुई मौत
जहरीली शराब पीने से अलाऊद्दीन, रोहित सिंह, रामजीवन शर्मा, लोहा महतो और पप्पू सिंह की मौत हो गई। जबकि लाल बाबू साह, रामनाथ महतो की आंखों की रौशनी चली गई। शराब पीने के बाद गुरुवार रात सभी की तबियत बिगड़ी को परिजन सभी को आनन-फानन में लेकर अस्पताल गए।
कुछ दिन पहले की 11 लोगों की हुई थी मौत
जानकारी हो कि बिहार के छपरा जिले में जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत हुई थी। जबकि कइयों की आंखों की रौशनी चली गई थी। जिले के नोनिया टोली में पूजा के बाद जहरीली शराब पीने से लोगों ने अपनी जान गवाई थी। बिहार में प्रतिबंध के बाद भी अवैध रूप से शराब की बिक्री हो रही है।