सार

बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या एक हजार के पार हो गई है। आज दिन के पहले अपडेट में राज्य में कोरोना के छह नए मरीज मिले। छह नए मरीजों के साथ कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 1005 हो गई है। 

पटना। राज्य में कोरोना का पहला केस 22 मार्च को कतर से मुंगेर लौटे युवक में मिला था। इसके बाद से लगातार कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती गई। आलम यह है कि 55 दिनों में राज्य में कोरोना के मरीजों की संख्या एक हजार पांच हो गई। बिहार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने ट्वीट कर छह नए मरीजों के मिलने की जानकारी दी। आज मिले छह नए मरीजों में से पांच खगड़िया जिले के हैं। जबकि एक सीवान का है। बताया जाता है कि ये सभी प्रवासी मजदूर हैं जो बीते दिनों दूसरे राज्यों से यहां आए थे। सभी को क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया था। वहीं से सभी का सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए भेजा गया था। 

पटना में कोरोना के मरीजों की संख्या हुई 99 
खगड़िया में मिले पांच नए मरीजों की उम्र क्रमशः 44, 40, 40, 35, 35 वर्ष हैं। इसमें से चार अलौली के रहने वाले हैं। जबकि एक सदर प्रखंड का रहने वाला है। जबकि सीवान में पॉजिटिव मिला शख्स 28 वर्षीय युवक है। आज मिले पांच नए मरीजों के साथ ही खगड़िया में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 41 हो गई। जबकि सीवान में मरीजों की संख्या बढ़कर 39 हो गई। 122 मरीजों के साथ मुंगेर अब भी बिहार का सर्वाधिक संक्रमित जिला है। राजधानी पटना में भी मरीजों की संख्या शतक के करीब है। पटना में कोरोना के मरीजों की संख्या इस समय 99 है। 

राज्य में 400 मरीज फिट होकर लौट चुके घरराज्य में 400 मरीज फिट होकर लौट चुके घर
बिहार में अभी तक कोरोना से सात मरीजों की मौत हुई है। जबकि 400 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। ये सभी 400 मरीज बिहार के अलग-अलग हॉस्पिटलों  से इलाज के बाद फिट होकर घर को लौट चुके हैं। 3 मई से लॉकडाउन में मिले ढील के बाद दूसरे राज्यों में रह रहे प्रवासी मजदूर बिहार वापस आ रहे हैं। इस समय राज्य में इन्हीं प्रवासी मजदूरों के जरिए कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हालांकि राहत की बात यह है कि कोरोना से बिहार में मृत्युदर अन्य राज्यों की तुलना में कम है।