सार

मामला बिहार के सीवान जिले का है। जहां पटना से स्कार्पिया से मां की लाश ले जा रहे बाप-बेटे में तीखी झड़प हो गई। बेटा पिता पर मां के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहा था। मामले में छोटे भाई ने बड़े भाई पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। 
 

सीवान। जिस बेटे को कभी कंधे पर बिठा कर घुमाया था, उसी बेटे ने पिता को चाकू गोदकर लहूलुहान कर दिया। पिता-पुत्र के रिश्ते को शर्मसार करने वाला ये मामला बिहार के सीवान जिले का है। स्थानीय लोगों ने पिता पर चाकू से हमला करने वाले बेटे की जानकारी पुलिस की दी, जिसके बाद आरोपी बेटे को पकड़ कर जेल भेज दिया गया। घटना में जख्मी पिता की पहचान सीवान के टेलहटटा बाजार निवासी प्रोफेसर हाफिज मोहम्मद करीमुल्ला के रूप में हुई है। प्रोफेसर का इलाज अभी जारी है। 

हार्ट अटैक के कारण हुई थी पत्नी की मौत
घटना के बारे में प्रोफेसर हाफिज मोहम्मद करीमुल्ला ने बताया कि मेरी पत्नी का मौत हार्ट अटैक से हो गया। उसका शव लेकर हम दोनों एक ही गाड़ी से आ रहे थे। मां की मौत से आहत बड़ा बेटा इमरान मुझसे काफी नाराज था। उसका कहना था कि मैंने पत्नी की इलाज में लापरवाही बरती। इसी बात के पर गाड़ी में भी वो मुझसे लड़ने लगा। बात आगे बढ़ी तो उसने मुझपर चाकू से हमला कर दिया। चाकू के हमले से जब मैं बेहोश हो गया तो वो मुझे मृत समझ कर तरैया थाने के गण्डार गांव के पास फेंकता हुआ चला गया। 

छोटे भाई ने बड़े भाई पर दर्ज कराई प्राथमिकी
बताया कि प्रोफेसर की पत्नी रबेया खातून की हार्ट अटैक से पटना के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। वहां से करीमुल्ला अपनी पत्नी का शव लेकर स्कार्पियों से बड़े बेटे इमरान उर्फ मुन्ना एवं पुत्री शलेहा नाजनीन के साथ घर लौट रहे थे। इसी बीच उनकी गाड़ी जैसे ही तरैया थाना पहुंची बड़े बेटे और पिता में बकझक होने लगी।

बड़े बेटे ने पिता पर आरोप लगाया कि अगर आप ठीक से मां का उपचार करवाये होते तो मां नहीं मरती। इसी बात पर दोनों में बहस बढ़ गई और बेटे ने प्रोफेसर पिता को चाकू से गोद दिया गाड़ी से फेंक दिया। मामले में प्रोफेसर के छोटे पुत्र ने बड़े भाई पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। 

प्रतीकात्मक फोटो