सार
लालू यादव के घर जब सालों बाद खुशियां आईं तो बुधवार सुबह थर्डजेंडर भी तेजस्वी और राजश्री को बधाइयां देने राबड़ी देवी आवास पर गए हुए थे। जहां उन्होंने घर के सामने बीच सड़क पर कई फिल्मी गानों पर जमकर डांस किया।
पटना. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और नेत प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (tejashwi yadav) और उनकी नई नवेली दुल्हन रेचल (rachel) उर्फ राजश्री यादव का ग्रैंड वेलकम हो रहा है। रिश्तेदार से लेकर पार्टी के कई विधायक और नेता उनको बधाई देने के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में अगर नई दुल्हन आए और किन्नर बधाइयां देने ना पहुंचे ऐसा हो नहीं सकता है। बुधवार को दूल्हा-दुल्हन को शुभकमानाएं और शादी का शगुन लेने के लिए थर्डजेंडर लालू यादव के घर पहुंचे हुए थे।
लालू के घर के बाहर ढोलक की थाप पर जमकर नाचे किन्नर
दरअसल, लालू यादव के घर जब सालों बाद खुशियां आईं तो बुधवार सुबह थर्डजेंडर भी तेजस्वी और राजश्री को बधाइयां देने राबड़ी देवी आवास पर गए हुए थे। जहां उन्होंने घर के सामने बीच सड़क पर कई फिल्मी गानों पर जमकर डांस किया। दूल्हा-दुल्हन का नाम लेकर तरह-तरह के गाने भी गाए। लेकिन उनकी यह कोशिश कामयाब नहीं हो सकी। क्योंकि ना तो किसी ने दरवाजा खोला और ना ही कोई उन्हें शगुन देने के लिए बाहर निकला।
किन्नर हो गई मायूस..कोई बहार तक नहीं आया
ढ़ोलक की थाप पर सजे-धजे ट्रांसजेंडरों ने खूब डांस किया। इतना ही नहीं तेजस्वी और रेचल के सुखी दांपत्य जीवन की कामना की। लेकिन इतना सब कुछ होने के बाद भी किन्नरों को मायूसी हाथ लगी। किन्नर दरवाजा पीट-पीटकर थक गए। उन्होंने यह भी कहा कि आज लालू जी अगर पटना में होते तो उनको मालामाल कर देते। यह कहने के बाद भी किसी ने उनकी एक नहीं सुनी। आखिर में वह दुखी होकर वापस चले गए।
बिहारी रंग-ढंग में तेजस्वी की दुल्हनिया
बता दें कि बुधवार सुबह ही तेजस्वी अपनी पत्नी राजश्री को लेकर राशेल को राबड़ी आवास के अंदर बने गौशाला लेकर पहुंचे हुए थे। जहां उनके साथ पार्टी के कुछ कार्यकर्ता और परिवार के लोग मौजूद थे। इस दौरान राजश्री को एक-एक गाय और बकरियां दिखाईं और उनके बारे में बताया गया। गौशाल भ्रमण के दौरानआरजेडी पार्टी ने इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है। राजश्री वैसे तो राजधानी दिल्ली में ही पली-बढ़ी हैं। लेकिन अब वह बिहार के कद्दवार नेता लालू परिवार की सदस्य बन गई हैं। अब पटना आने के बाद वह लालू परिवार के साथ घुल-मिल रही हैं और यहां के रंग-ढंग सीखने की कोशिश कर रही हैं।