सार
इसे कहते हैं 'चोरी और ऊपर से सीनाजोरी!' एक प्रिंसिपल ने अपने ही स्टूडेंट का सिर फोड़ डाला। कारण, एक सर्टिफिकेट के लिए छात्र उन्हें 200 रुपए का लालच दे रहा था, जबकि आज के समय में इतने में होता क्या है? ऐसा प्रिंसिपल का तर्क था।
ओरंगाबाद. 'तुम जिस स्कूल में पढ़ते हो न, हम उस स्कूल के प्रिंसिपल हैं!' यह फिल्मी डायलॉग अकसर सुना होगा, लेकिन रियल लाइफ में इसका फिल्मांकन शायद ही देखा होगा। यह मामला भी कुछ ऐसा ही है। हालांकि यह केस बेहद गंभीर है, पर व्यवस्थाओं के खिलाफ एक व्यंग्य भी है। एक स्कूल के प्रिंसिपल और क्लर्क ने किसी सर्टिफिकेट देने के लिए छात्र से 500 रुपए मांगे। छात्र 200 से आगे नहीं बढ़ा। साथ ही उसने वीडियो भी बना लिया। जब इसकी भनक प्रिंसिपल और क्लर्क को हुई, तो उन्होंने छात्र को अच्छे से पीट दिया। उसका सिर भी फोड़ डाला। शुक्रवार को स्कूल में हंगामा होने पर मामले की शिक्षा विभाग जांच करा रहा है।
यह है मामला..
प्रिंसिपल और क्लर्क दोनों ने जिस छात्र का सिर फोड़ डाला उसका नाम अमित कुमार पांडेय। मामला बारूण ब्लॉक के हायर सेकंडरी स्कूल, सिरिस का है। यहां के प्रिंसिपल हैं दिनेश कुमार राय और क्लक सुधीर कुमार पांडेय उर्फ चिंटू। ये दोनों छात्रों से बिंदास होकर रिश्वत मांगते हैं। स्कूल से कुछ भी डाक्यूमेंट चाहिए हों, ये बगैर पैसे लिए नहीं देते। ऐसा छात्रों का आरोप है। छात्र अमित पांडे से भी दोनों सर्टिफिकेट देने के एवज में 500 रुपए मांग रहे थे। छात्र 200 पर अड़ा रहा। साथ ही अपने मोबाइल से घटना का वीडियो भी बनाता रहा। प्रिंसिपल कह रहे थे कि स्कूल को चलाने में हर महीने 10000 रुपए का खर्चा आता है। बगैर पैसे कोई काम नहीं होगा। गुस्से में छात्र ने वीडियो वायरल कर दिया। इसका पता चलते ही प्रिंसिपल और क्लर्क ने छात्र का बुलाकर बुरी तरह पीट डाला।
स्कूल में हंगामा..
इस घटना के बाद छात्रों ने स्कूल में हंगामा काट दिया। उन्होंने जीटी रोड पर जाम लगा दिया। बड़ी मुश्किल में बच्चों को समझाया गया। जिला शिक्षा अधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने मामले की जांच कराने के आदेश दिए हैं।