सार
अस्पताल के ईएनटी वार्ड में ही ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए 40 बेड तैयार किए गए हैं। फिलहाल यहां कोई मरीज भर्ती नहीं हैं। लेकिन दो दिन पहले तक यहां कोरोना संक्रमित और संदिग्ध मरीजों का इलाज चल रहा था। अब उन्हें एमसीएच बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है। इसके बाद यहां ब्लैक फंगस के मरीजों को रखा जाना था, जिसके लिए बेड तैयार किए गए हैं।
गया (Bihar) । चक्रवाती तूफान यास का असर बिहार में दिखाई देने लगा है। लगातार दो दिनों से हो रही बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। सड़कें भी पानी से लबालब हो गई हैं। इतना ही नहीं गया जिले के मेडिकल कॉलेज के अंदर बारिश का पानी भर गया है। पानी उस वार्ड में भरा है जिसे ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए बनाया गया है।
ओपीडी वार्ड तक पानी ही पानी
अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज के ईएनटी वार्ड के अंदर बारिश का पानी घुस जाने से मेडिकल व्यवस्था प्रभावित हो गई। रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेकर ऑर्थो के ओपीडी वार्ड तक में पानी नजर आ रहा है। पानी भरने से मरीज और उनके तीमारदारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मरीजों को किया गया शिफ्ट
अस्पताल के ईएनटी वार्ड में ही ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए 40 बेड तैयार किए गए हैं। फिलहाल यहां कोई मरीज भर्ती नहीं हैं। लेकिन दो दिन पहले तक यहां कोरोना संक्रमित और संदिग्ध मरीजों का इलाज चल रहा था। अब उन्हें एमसीएच बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है। इसके बाद यहां ब्लैक फंगस के मरीजों को रखा जाना था, जिसके लिए बेड तैयार किए गए हैं।