सार
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) केस में मुख्य आरोपी रहीं रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) ने एक्टर की बहनों के खिलाफ याचिका लगाई थी, जिसके जवाब में CBI ने बॉम्बे हाईकोर्ट में अपनी बात रखी है।
मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) केस में मुख्य आरोपी रहीं रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) ने एक्टर की बहनों के खिलाफ याचिका लगाई थी, जिसके जवाब में CBI ने बॉम्बे हाईकोर्ट में अपनी बात रखी है। इसमें सीबीआई ने रिया की शिकायत को अटकलों पर आधारित बताते हुए कहा कि सुशांत की मौत के 3 महीने बाद (90 दिन) रिया द्वारा उनकी बहनों मीतू और प्रियंका के खिलाफ FIR करना उसकी क्रेडिबिलिटी पर संदेह पैदा करता है।
जांच को प्रभावित करने के मकसद से की शिकायत :
CBI ने हाईकोर्ट से अपील की है कि वे सुशांत की दोनों बहनों के खिलाफ हुई FIR को रद्द कर दें। साथ ही कहा कि मुंबई पुलिस द्वारा रिया की FIR रजिस्टर करना पूरी तरह से कानून का उल्लंघन है। सीबीआई का कहना है कि इस शिकायत के पीछे रिया का मकसद सिर्फ सुशांत की मौत की जांच को प्रभावित करना था।
CBI के एडिशनल सुपरिनटेंडेंट ऑफ पुलिस अनिल यादव ने अपने जवाब में कहा कि मुंबई पुलिस को पटना पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR के बारे में पता था। उन्हीं तथ्यों के आधार पर दूसरी FIR दर्ज करने की कोई जरूरत नहीं थी। यादव ने कहा कि समान तथ्यों और कार्रवाई के कारण के आधार पर एक और FIR रजिस्टर करना न तो वारंटेड है और न ही कानून इसकी अनुमति देता है।
रिया ने पिछले महीने सुशांत की बहनों पर दर्ज कराई थी FIR :
रिया चक्रवर्ती ने पिछले महीने मुंबई पुलिस में मीतू और प्रियंका के खिलाफ FIR की थी। इसमें उन्होंने उन पर उनके ब्वॉयफ्रेंड रहे (सुशांत) की दवाओं के लिए फर्जी प्रिस्क्रिप्शन बनवाने का आरोप लगाया था। बाद में यह FIR सीबीआई को ट्रांसफर कर दी गई। मीतू और प्रियंका ने इसी FIR के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
रिया का दावा-दवांए लेने के हफ्तेभर बाद ही सुशांत की मौत :
वहीं, रिया चक्रवर्ती ने प्रियंका और मीतू की याचिका का विरोध किया है। उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट में सौंपे गए अपने जवाब में कहा है कि सुशांत की बहन प्रियंका और राम मनोहर लोहिया दिल्ली के डॉ तरुण कुमार ने बिना किसी कंसल्टेशन के मेंटल डिसीज से जुड़ी दवाएं सुशांत को दी थीं। रिया के मुताबिक, प्रियंका ने 8 जून को सुशांत से नैक्सिटो, लिब्रियम और लोनजेप एमडी जैसी दवाएं लेने कहा था। NDPS एक्ट के तहत ये तीनों ही दवाएं साइको-ट्रॉपिक सबस्टेंस से बनती हैं। रिया ने यह दावा भी किया है कि जो शिकायत प्रियंका के खिलाफ दर्ज की गई है, उसकी पूरी जांच की जाए क्योंकि इन दवाओं को लेने के एक हफ्ते बाद ही सुशांत की मौत हो गई थी।
4 नवंबर को होगी प्रियंका-मीतू की याचिका पर सुनवाई :
बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस एसएस शिंदे और एमएस कार्णिक की बेंच प्रियंका और मीतू की याचिका पर 4 नवंबर को सुनवाई करेगी। बता दें कि 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत बांद्रा स्थित फ्लैट में संदिग्ध हालत में मृत मिले थे। इसके बाद उनके पिता केके सिंह ने रिया और उनके परिवार के खिलाफ पटना में केस दर्ज कराया था।