सार
डायरेक्टर मोहित सूरी ने पिछली बार 'मलंग' निर्देशित की थी। 2020 में आई इस फिल्म को सफलता नहीं मिली थी। लेकिन 'एक विलेन रिटर्न्स' के साथ उन्होंने सिनेमाघरों में धमाका किया है, जो अन्य फिल्ममेकर्स को बेहतर फिल्म बनाने के लिए प्रेरित कर सकती है।
एंटरटेनमेंट डेस्क. Ek Villain Returns Review in Hindi. 'फिल्म्स और क्राइम शोज में ऐसे इंसान को सीरियल किलर बुलाते हैं, क्रमिक हत्यारा। लेकिन मैं इसे कुछ और बुलाता हूं...एक विलेन।" जे. डी. चक्रवर्ती का यह डायलॉग एक 'विलेन रिटर्न्स' (Ek Villain Returns) के पूरे प्लॉट को सामने रख देता है। जी हां, 'एक विलेन रिटर्न्स' एक ऐसे ही सीरियल किलर की तलाश को दिखाती है, जो 15 से ज्यादा लड़कियों की बेरहमी से हत्या कर चुका है। मोस्ट अवैटेड फिल्म 'एक विलेन रिटर्न्स' सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। यह 2014 में रिलीज हुई फिल्म 'एक विलेन' की सीक्वल है और इसका निर्देशन पिछले पार्ट की तरह मोहित सूरी ने ही किया है। दोनों कहानियों में समानता यही है कि वहां भी एक सीरियल किलर की तलाश थी और यहां भी वही है। तो चलिए आपको बताते हैं फिल्म का रिव्यू...
एशियानेट रेटिंग | 3/5 |
स्टारकास्ट | जॉन अब्राहम, दिशा पाटनी, अर्जुन कपूर, तारा सुतारिया, जे. डी. चक्रवर्ती, शाद रंधावा |
डायरेक्टर | मोहित सूरी |
प्रोड्यूसर | शोभा कपूर, एकता कपूर, भूषण कुमार, कृष्ण कुमार |
म्यूजिक | राजू सिंह, अंकित तिवारी, तनिष्क बागची, कौशिक गुड्डू |
जॉनर | सस्पेंस थ्रिलर |
आखिर क्या है फिल्म की कहानी?
यह कहानी एक पार्टी से शुरू होती है, जिसमें अचानक एक किलर आकर लोगों को मौत के घाट उतारने लगता है। फिर समाचारों में आता है कि सिंगर आरवी (तारा सुतारिया) का बेरहमी से मर्डर कर दिया गया है। इस बीच अमीर बाप को बिगड़ी औलाद गौतम (अर्जुन कपूर) की एंट्री होती है, जो आरवी से प्यार करता है और उसके मर्डर के बाद कातिल को ढूंढना उसका मकसद है। पुलिस को गौतम पर ही आरवी को मारने का संदेह है। लेकिन इंस्पेक्टर राजी (जे. डी. चक्रवर्ती) को अनुमान है कि यह काम गौतम का नहीं है। इस बीच कहानी में भैरव (जॉन अब्राहम) की एंट्री से ट्विस्ट आ जाता है। भैरव, रसिका (दिशा पाटनी) से प्यार करता है और उसके लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहता है। भैरव की नज़र से वह गौतम की कहानी का हीरो है और गौतम की नज़र से वह भैरव की कहानी का विलेन है। लेकिन फिल्म का असली विलेन कौन है? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
कैसी है फिल्म के सितारों की एक्टिंग
फिल्म में अगर सबसे बढ़िया एक्टिंग किसी ने की है तो वह जे.डी. चक्रवर्ती हैं। उन्होंने इंस्पेक्टर राजी के किरदार में जान फूंक दी है। अर्जुन कपूर ने अपने करियर का अब तक सबसे बेहतर परफॉर्मेंस दिया है। तारा सुतारिया हमेशा की तरह शानदार लगी हैं। जॉन अब्राहम इस फिल्म में भी वैसे ही दिखे हैं, जैसे कि वे अपनी पिछली फिल्मों में नज़र आए। दिशा पाटनी ने बेहतरीन काम किया है। उनकी डायलॉग डिलीवरी और हंसने का अंदाज़ कई दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर करता है कि कहीं वे ही तो इस फिल्म की असली विलेन नहीं हैं। फिल्म में शाद रंधावा भी हैं और उन्होंने अपने हिस्से की भूमिका बेहतर तरीके से निभाई है।
निर्देशन के स्तर पर कैसी है फिल्म?
मोहित सूरी ने एक बार फिर दिखा दिया है कि सस्पेंस थ्रिलर फिल्म उनसे बेहतर कोई और नहीं बना सकता। जॉन अब्राहम वाले कुछ सीन छोड़ दिए जाएं तो शुरू से आखिरी तक फिल्म आपको सीट से चिपके रहने के लिए मजबूर करती है। जिद और जुनून की जंग वाली इस फिल्म में पहले सीन से लेकर क्लाइमैक्स तक सस्पेंस बरकरार है। फिल्म के बीच में कई बार लोग कयास लगा सकते हैं कि यह असली विलेन है, वह असली विलेन है। लेकिन आखिर में सारे कयास धरे रह जाते हैं। एक सीन में रोहित शेट्टी स्टाइल में कारें उड़ती भी दिखती हैं। फिल्म की शुरुआत में रोहित शेट्टी को विशेष धन्यवाद भी दिया गया है। कई शानदार लोकेशंस भी देखने को मिलती हैं। हालांकि, फिल्म का बार-बबार फ्लैशबैक में जाना कुछ हद तक इरिटेट करता है।
फीका है फिल्म का संगीत
म्यूजिक के लेवल पर फिल्म फीकी है। जहां पहले पार्ट के गाने काफी हिट हुए थे, वहीं इस पार्ट के गाने उतने लुभावने नहीं हैं। एक सॉन्ग 'गलियां' पहले पार्ट से ही ले लिया गया और एक अन्य सॉन्ग 'दिल' लोग रिलीज से पहले ही सुन चुके हैं। बाकी किसी गाने में कुछ खास नहीं है। हां, फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर शानदार है, जिसे सुनकर सस्पेंस थ्रिलर फिल्म की फीलिंग आती है।
देखें या नहीं?
अगर आप लंबे समय से किसी अच्छी सस्पेंस थ्रिलर फिल्म का इंतज़ार कर रहे हैं तो आप इस फिल्म को देख सकते हैं। अर्जुन कपूर, तारा सुतारिया और दिशा पाटनी के शानदार अभिनय और जॉन अब्राहम के एक्शन के लिए भी फिल्म देखी जा सकती है। हालांकि, दिमाग लगाने की कोशिश करेंगे तो उलझ जाएंगे।
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