सार
5G मामले को लेकर जूही चावला लंबे समय से आलोचना झेल रही है लेकिन जब बर्दाश्त के बाहर हुआ तो उन्होंने चुप्पी तोड़ी और सभी को जवाब दिया।
मुंबई. जूही चावला (Juhi Chawla) ने कुछ महीनें पहले 5जी के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी और बताया था कि ये हेल्थ और एन्वायमेंट के लिए खतरनाक हो सकती है। हालांकि, हाईकोर्ट ने जूही की याचिका को खारिज कर दिया था और उन्हें 20 लाख रुपए जुर्माने के तौर पर देने के लिए कहा था। जूही ने बाद में सफाई देते हुए कहा था कि वे टेक्नोलॉजी के खिलाफ नहीं है। वे बस इतना चाहती है कि अथॉरिटी इसका प्रमाण दे कि ये सुरक्षित है और इससे किसी को नुकसान नहीं होगा। बता दें कि इस मामले को लेकर जूही लंबे समय से आलोचना झेलती रही लेकिन जब बर्दाश्त के बाहर हुआ तो उन्होंने चुप्पी तोड़ी और सभी को जवाब दिया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर कैप्शन लिखा- मैं आपको यह तय नहीं करने दूंगी कि ये एक पब्लिसिटी स्टंट है।
खराब पब्लिसिटी से दुखी हुआ मन- जूही
जूही चावला ने वीडियो शेयर कर अपनी बात रखी और उन लोगों की बोलती बंद कर दी, जिन्होंने उन्हें कहा था वे पब्लिसिटी पाने के लिए यह सब कर रही है। साथ ही उन्होंने 5जी टेक्निक और हेल्थ पर उसका असर पड़ने को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने वीडियो में कहा- जून में जो कुछ भी हुआ, उसने मुझे काफी दुख पहुंचाया। एक तरफ जहां मुझे खराब प्रेस और पब्लिसिटी मिली तो वहीं दूसरी ओर कुछ अनजान लोगों से मुझे दिल छू लेने वाले मैसेज भी मिले। इन मैसेज में लोगों ने कहा था कि वो मेरे सपोर्ट में है। इनमें से एक मैसेज महाराष्ट्र के एक किसान समूह का था, जिससे मेरी आंखे भर आई थी। इन 10 हजार किसानों के समूह ने यहां तक कहा था कि वे पैसा इकट्ठा करके मुझे देंगे ताकि में हाईकोर्ट द्वारा लगाए जुर्माने की रकम भर सकूं।
मैंने लोगों के लिए आवाज उठाई
उन्होंने आगे कहा- इस पल ने मुझे काफी भावुक बना दिया था। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन क्या कहेगा। मुझे खुशी है कि मैंने देश के कई लोगों की हेल्थ के बारे में सोचा और उनके लिए आवाज उठाई। जब तूफान थम गया तो मैं शांत और मजबूत हो गई क्योंकि मुझे इस बात का अहसास हुआ कि मैंने कितना महत्वपूर्ण और प्रासंगिग सवाल उठाया था। अगर ऐसा नहीं होता तो क्या लोग ऐसे ही भड़क उठे। उन्होंने कहा कि ये सब तब तक ही है जब तक मैं चुप हूं। क्योंकि मेरा मानना है कि चुप रहने में भी एक आवाज होती है। लेकिन अब मैं पिछले 11 साल में जो ईएमएफ रेडिएशन की वजह से घटनाएं घटी, जिसका हेल्थ पर असर पड़ा, उससे जुड़ी कुछ चौंकाने वाली बातें सामने लाना चाहती हूं। और इस संबंध में कुछ अथॉरिटीज को भी सामने लाना चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि आप कुछ समय निकालकर इस वीडियो को जरूर देखें। बता दें कि यह वीडियो करीब 14 मिनट 30 सेकंड का है।