सार
बॉलीवुड माफिया पर सवाल खड़े करने वाली कंगना रनोट (Kangana Ranaut) ने एक बार फिर फिल्म इंडस्ट्री को आड़े हाथ लिया है। कंगना ने मलयालम फिल्म 'जल्लीकट्टू' (Jallikattu) की 93वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में ऑफिशियल एंट्री पर खुशी जताते हुए बॉलीवुड पर तंज कसा है।
मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के बाद से ही बॉलीवुड माफिया पर सवाल खड़े करने वाली कंगना रनोट (Kangana Ranaut) ने एक बार फिर फिल्म इंडस्ट्री को आड़े हाथ लिया है। कंगना ने मलयालम फिल्म 'जल्लीकट्टू' (Jallikattu) की 93वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में ऑफिशियल एंट्री पर खुशी जताते हुए बॉलीवुड पर ताना मारा है। कंगना ने अपने ट्वीट में बॉलीवुड के कुछ फिल्मी घरानों को निशाना बनाया है।
कंगना ने अपने ट्वीट में 'जल्लीकट्टू' की टीम को बधाई देते हुए लिखा- आखिरकार बुलीदाउद गैंग वालों ने मैदान खाली कर दिया और जूरी को अपना काम करने दिया। भारतीय फिल्मों का मतलब केवल 4 फिल्मी परिवार नहीं हैं। मूवी माफिया अपने घरों में बैठे हैं और जूरी ने अपना काम किया है। मैं जल्लीकट्टू टीम को बधाई देती हूं कि उनकी फिल्म ऑस्कर के लिए चुनी गई है।
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की 14 सदस्यों की एक कमेटी ने डायरेक्टर लिजो जोस पेलीसरी की 'जल्लीकट्टू' को ऑस्कर के लिए चुना है। जल्लीकट्टू बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म फॉरेन लैंग्वेज कैटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। बता दें कि ‘जलीकट्टू' को 27 फिल्मों में से चुना गया है। इस फिल्म ने विद्या बालन की ‘शकुंतला देवी’, जाह्नवी कपूर की ‘गुंजन सक्सेना’, ‘गुलाबो सिताबो’, ‘द स्काई इज पिंक’ और विधु विनोद चोपड़ा की ‘शिकारा’ जैसी फिल्मों को पछाड़ कर जगह बनाई है। ऑस्कर सेरेमनी 25 अप्रैल 2021 को लॉस एंजिलिस में होगी।
एकेडमी अवॉर्ड्स में भेजने के लिए इस साल हिंदी, उड़िया, मराठी और अन्य भाषाओं की कुल 27 फिल्मों के बीच मुकाबला था। जिनमें मेघना गुलजार की 'छपाक', शूजीत सरकार की 'गुलाबो सिताबो', सफदर रहना की 'चिप्पा', हंसल मेहता की 'छलांग', चैतन्य ताम्हणे की 'द डिसाइपल', विधु विनोद चोपड़ा की 'शिकारा', अनंत महादेवन की 'बिटरस्वीट', रोहेना गगेरा की 'इज लव इनफ सर', गीतू मोहनदास की 'मूथॉन', नीला माधव पांडा की 'कलिरा अतिता', अनविता दत्त की 'बुलबुल', हार्दिक मेहता की 'कामयाब' और सत्यांशु-देवांशु की 'चिंटू का बर्थडे' भी शामिल थी।