सार
लता ताई पिछले काफी वक्त से खुद को फिट रखने के लिए साधारण और नियमित दिनचर्या को अपना रही थी। वो सुबह 6 बजे उठ जाती थी और गुनगुना पानी पीकर सबसे पहले रियाज करती थीं।
मुंबई. लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के गाने जब भी बजते हैं तो लोग उनकी सुरीली आवाज में खो जाते हैं। उनकी आवाज ने उन्हें हमेशा के लिए अमर बना दिया है। 92 साल की लता मंगेशकर को कभी कोई बीमारी नहीं हुई थी। वो एक हेल्दी लाइफ जीती आईं। सुर सम्राज्ञी के हेल्दी रहने के पीछे वजह उनकी खानपान और लाइफस्टाइल थी। जिसे गायिका पूरी शिद्दत से फॉलो करती थीं।
लता ताई पिछले काफी वक्त से खुद को फिट रखने के लिए साधारण और नियमित दिनचर्या को अपना रही थी। वो सुबह 6 बजे उठ जाती थी और गुनगुना पानी पीकर सबसे पहले रियाज करती थीं। खाने की शौकीन लता मंगेशकर ने अपने डाइट पर पूरी तरह कंट्रोल कर लिया था। उन्होंने स्पाइसी, ऑइली खाना बिल्कुल कम कर दिया था। वो ठंडा पानी भी नहीं पीती थी। उनके पास हमेशा गुनगुना पानी मौजूद रहता था। लंच में वो सिंपल रोटी और दाल खाती थीं। उन्होंने खट्टा-मीठा खाना पूरी तरह बंद कर दिया था।
खाने की शौकीन लता ने छोड़ दिया था सबकुछ
रात में स्वर कोकिला 9.30 बजे खाना खा लेती थी। उम्र के आखिरी पड़ाव पर उन्होंने तेल-मसालों से दूरी बना ली थी। रात में सिर्फ दाल-चावल खाती थी। वो इस कदर अपना ख्याल रखने लगी थीं। हालांकि वो खाने-पीने की बेहद शौकीन रही । उनपर लिखी किताब में जिक्र है कि उन्हें सी फूड और चटपटा खाना बहुत पसंद था। कोहलापुरी मिर्च उनका पसंदीदा खाना रहा। इसके अलावा वो फिश करी, दही बड़े, गुलाब जामुन, सूजी का हलवा, कीमा समोसा, जलेबी और चिकन की खूब पसंद करती थी। लेकिन लेटर एज में उन्होंने इन सबसे दूरी बना ली थी।
लता दीदी इस वजह से रही हमेशा सिंगल
बता दें कि परिवार की जिम्मेदारी आने की वजह से उन्होंने कभी शादी नहीं की। लता मंगेशकर की कुल चार बहनें और एक भाई हैं जिनमें लता मंगेशकर सबसे बड़ी हैं। लता से छोटी आशा फिर ऊषा मंगेशकर भाई हृदयनाथ और मीना मंगेशकर हैं। सभी ने म्यूजिक इंडस्ट्री में अपना नाम बनाया।
और पढ़ें:
Lata Mangeshkar को जब मिला था नया जीवन, तीन महीने तक गा नहीं पाई थीं स्वर कोकिला, जानें पूरा मामला
गायकी ही नहीं इन चीजों में भी महारथी थी Lata Mangeshkar, जानें उनकी जिंदगी से जुड़ी अनकहीं बातें