सार
सेलेब्स से जुड़े कई कहानी-किस्से, फोटोज और वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसी बीच प्रियंका चोपड़ा ने दुनियाभर में भेदभाव को लेकर एक लंबी-चौड़ी पोस्ट शेयर की है। अपनी इंस्टा स्टोरी पर शेयर की इस पोस्ट में उन्होंने रंग और जेंडर को लेकर भी बात की। अपनी इंस्टा स्टोरी पर उन्होंने लिख कि दुनिया में कई जगहों पर लड़कियों की आवाजें नहीं सुनी जाती हैं। उनकी जिंदगी में जो भी फैसले हैं वो किसी और के द्वारा लिए जाते हैं। लड़कियों को ये मौका नहीं मिलता है।
मुंबई. कोरोना महामारी का असर कम नहीं हुआ है। सरकार ने लोगों की सुविधा और जरूरत को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन के बाद अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आमजनों की तरह की बॉलीवुड और टीवी सेलेब्स भी जरूरत के हिसाब से ही घर से बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में सेलेब्स से जुड़े कई कहानी-किस्से, फोटोज और वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसी बीच प्रियंका चोपड़ा ने दुनियाभर में भेदभाव को लेकर एक लंबी-चौड़ी पोस्ट शेयर की है। अपनी इंस्टा स्टोरी पर शेयर की इस पोस्ट में उन्होंने रंग और जेंडर को लेकर भी बात की।
कई मुद्दों पर रखती है अपनी बात
प्रियंका सामाजिक कार्यों में भी काफी सक्रिय रहती हैं। रंगभेद, नस्लभेद और लैंगिक समानता सहित कई मुद्दों पर वे अपनी राय रखती रहती हैं। दुनियाभर में गैरबराबरी और असमानता को लेकर एक बार फिर उन्होंने कई बातों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। अपनी इंस्टा स्टोरी पर उन्होंने लिख कि दुनिया में कई जगहों पर लड़कियों की आवाजें नहीं सुनी जाती हैं। उनकी जिंदगी में जो भी फैसले हैं वो किसी और के द्वारा लिए जाते हैं। लड़कियों को ये मौका नहीं मिलता है।
सांस लेना भी विशेषाअधिकार है
प्रियंका कहती हैं कि कोरोना के इस दौर में बहुत से लोग गरीब हैं, जो शरणार्थी की तरह रह रहे हैं। उनके पास इतनी भी सुविधा नहीं है कि वो छह फीट की दूरी बना सकें। याद रखिए कि सांस लेना भी एक विशेषाधिकार है, क्योंकि दुनियाभर के लोगों को उनके स्कीन कलर, जेंडर या उनकी धार्मिक मान्यताओं के अलावा भी कई अन्य कारण से सताया जाता है। बदलाव लाने के लिए सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोवर्स की जरूरत नहीं है। बस आपकी इच्छाशक्ति होनी चाहिए।
महिलाओं को करें सपोर्ट
प्रियंका ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर महिलाओं को प्रेरित करके चलने वाले बिजनेस को सपोर्ट करने की गुजारिश की है। उनका कहना है कि कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। यहां तक कि छोटे बिजनेस को भी। बिजनेस के ठप होने और हार्डवर्क करने वाले कर्मचारियों को देख कर मुझे काफी तकलीफ हुई है। लेकिन मैं महिलाओं से जुड़े कुछ छोटे बिजनेस का समर्थन करके एक छोटी सी शुरुआत करती हूं ताकि उनकी गाड़ी दोबारा पटरी पर लौट सके।