सार
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में स्मिता का करियर छोटा था लेकिन वे अपनी दमदार फिल्मों के कारण ही जानी जाती हैं। स्मिता इंडस्ट्री में आने से पहले एक न्यूज रीडर थीं।
मुंबई. स्मिता पाटिल की आज 64वीं बर्थ एनीवर्सरी है। उनका जन्म 17 अक्टूबर, 1955 को पुणे में हुआ था। लेकिन 31 साल की उम्र में उन्होंने 13 दिसंबर 1986 को दुनिया को अलविदा कह दिया था। बेटे के जन्म के 15 दिन बाद एक्ट्रेस की चाइल्डबर्थ कॉम्प्लिकेशंस के चलते डेथ हो गई थी। लेकिन इस बात को बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि वो फिल्मों में आने से पहले एक न्यूज रीडर थीं। तो ऐसे मौके पर एक्ट्रेस से जुड़ी बातें बता रहे हैं।
एक्ट्रेस से पहले थीं न्यूज रीडर
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में स्मिता का करियर छोटा था लेकिन वे अपनी दमदार फिल्मों के कारण ही जानी जाती हैं। स्मिता इंडस्ट्री में आने से पहले एक न्यूज रीडर थीं। इतना ही नहीं, उन्होंने फोटोग्राफी में भी अपनी पहचान बनाई थी।
मौत के बाद रिलीज हुई थीं ये 14 फिल्में
स्मिता ने 13 दिसंबर को दुनिया को अलविदा कह दिया था लेकिन उनकी मौत के बाद भी उनकी 14 फिल्में 'मिर्च मसाला', 'डांस-डांस', 'ठिकाना', 'सूत्रधार', 'इंसानियत के दुश्मन', 'अहसान', 'राही', नजराना', 'आवाम', 'शेर शिवाजी', 'वारिस', 'हम फरिश्ते नहीं', 'आकर्षण' और 'गलियों के बादशाह' रिलीज हुई थी।
'चरणदास चोर' से किया था डेब्यू
स्मिता ने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट (FTI)से ग्रेजुएशन किया था। इसके बाद डायरेक्टर श्याम बेनेगल की नजर उन पर पड़ी और उन्होंने अपनी फिल्म 'चरणदास चोर' के लिए साइन कर लिया। 1975 में इस फिल्म की रिलीज के साथ ही स्मिता ने बॉलीवुड डेब्यू किया। 1975 से 1985 तक करीब 10 सालों में स्मिता हिंदी सिनेमा का बहुत बड़ा नाम बन गई थीं।
शादीशुदा राज बब्बर से रचाई थी गुपचुप शादी
फिल्मों में अपने काम के अलावा स्मिता ने पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी सुर्खियां बटोरी थी। उन्होंने राज बब्बर से गुपचुप शादी रचाई थी। इसके चलते शादी के बाद एक्ट्रेस पर राज का घर तोड़ने का भी आरोप लगा था। इससे पहले वो उनके साथ लिव-इन में भी रही थीं, लेकिन ये शादी ज्यादा समय तक नहीं चली। मां बनने के करीब दो हफ्ते बाद स्मिता पाटिल की मौत हो गई थी। उनके बेटे का नाम प्रतीक है।