सार
शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) की बेटी सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) ने मुंबई के बांद्रा इलाके में एक 4 BHK अपार्टमेंट खरीदा है। हालांकि सोनाक्षी फिलहाल, पैरेंट्स का घर छोड़कर अपने इस नए अपार्टमेंट में शिफ्ट नहीं होंगी। एक इंटरव्यू में सोनाक्षी ने कहा, जबसे मैंने काम करना शुरू किया, तभी से मेरा ख्वाब था कि 30 साल की होने से पहले अपनी मेहनत की कमाई से एक घर खरीदूं।
मुंबई। शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) की बेटी सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) ने मुंबई के बांद्रा इलाके में एक 4 BHK अपार्टमेंट खरीदा है। हालांकि सोनाक्षी फिलहाल, पैरेंट्स का घर छोड़कर अपने इस नए अपार्टमेंट में शिफ्ट नहीं होंगी। एक इंटरव्यू में सोनाक्षी ने कहा, जबसे मैंने काम करना शुरू किया, तभी से मेरा ख्वाब था कि 30 साल की होने से पहले अपनी मेहनत की कमाई से एक घर खरीदूं। वैसे, कुछ साल पहले मैंने इस डेडलाइन को पार कर लिया है, लेकिन फिर भी अब जाकर मेरा वो सपना पूरा हो गया है।
सोनाक्षी ने आगे कहा- मुझे घर में अपने परिवार के साथ रहने में मजा आता है और हाल-फिलहाल मेरा यहां से नए घर में शिफ्ट होने का कोई इरादा नहीं है। यह घर बस मैंने अपना सपना पूरा करने और इन्वेस्टमेंट के लिए खरीदा है।
बता दें कि पिछले साल नवंबर में सोनाक्षी ने पापा शत्रुघ्न सिन्हा के घर 'रामायण' में अपने लिए एक फ्लोर की मरम्मत करवाई थी। इंटीरियर डिजाइनर और आर्ट डायरेक्टर रुपिन सूचक ने इस फ्लोर को रेनोवेट करने में सोनाक्षी की मदद की थी। सोनाक्षी ने कहा था- मुझे यकीन है कि जो लोग परिवार के साथ रहते हैं, वो ये समझ सकते हैं। बेशक मेरा अपना कमरा है और दुनियाभर की प्राइवेसी है। लेकिन खुद के लिए पूरा फ्लोर तैयार करने की जिम्मेदारी मुझे पहली बार मिली है।
बता दें कि सोनाक्षी फिलहाल मुंबई के जुहू में अपने घरवालों के साथ 'रामायण' (Ramayan) में रहती हैं। इस आलीशान बंगले की कीमत करोड़ों में है। इस बंगले को शत्रुघ्न सिन्हा रेसिडेंशियल और ऑफिस दोनों ही तरह इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने यह बंगला 49 साल पहले 1972 में खरीदा था। जनवरी, 2018 में शत्रुघ्न सिन्हा के बंगले 'रामायण' में अवैध निर्माण के खिलाफ बीएमसी (मुंबई महानगरपालिका) ने एक्शन लिया था। आरोप था कि छत और ग्राउंड फ्लोर पर उन्होंने बिना इजाजत टॉयलेट और पूजा घर बनवाया था। इसके लिए उन्हें दो बार नोटिस भी जारी किया गया था। जवाब नहीं मिलने पर बीएमसी ने अवैध हिस्से को ढहा दिया था।