सार

विवेक अग्निहोत्री इसी साल रिलीज हुई अपनी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' के लिए काफी चर्चित रहे थे, जिसमें उन्होंने कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और उनके पलायन का दर्द दुनिया के सामने रखा था।

एंटरटेनमेंट डेस्क. डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) अपने खुले विचारों के लिए जाने जाते हैं। इस साल 'द कश्मीर फाइल्स' जैसी सुपरहिट फिल्म दे चुके विवेक अग्निहोत्री ने अब सोशल मीडिया के जरिए बॉलीवुड का काला सच सबके सामने रखा है। विवेक ने एक लंबा सा नोट लिखा है, जिसे उन्होंने 'बॉलीवुड एन इनसाइड स्टोरी' टाइटल दिया है।

विवेक ने क्या लिखा?

विवेक ने नोट में लिखा है, "बॉलीवुड कैसे काम करता है, यह समझने में मैंने केई साल लगा दिए। जो आप देखते हैं, वह बॉलीवुड नहीं है। असल बॉलीवुड अंधेरी गलियों में पाया जाता है। यह इतना गहरा काला है कि आम इंसान के लिए इसकी थाह पाना संभव नहीं है।आइए समझते हैं। इन अंधेरी गलियों में आप टूटे सपने, कुचले हुए सपने, दबे हुए सपने पा सकते हैं। अगर बॉलीवुड टैलेंट का म्यूजियम है तो  टैलेंट का कब्रिस्तान भी है। यह रिजेक्शन के बारे में नहीं है। जो यहां आता है, उसे पता होता है कि रिजेक्शन डील का एक हिस्सा है।"

लोग लड़ने की बजाय हार मान लेते हैं

विवेक आगे लिखते हैं, "यह अपमान और शोषण है, जो किसी भी तरह की इंसानियत के कोमल सपनों, उम्मीदों और यकीन को तोड़ देता है। इंसान खाने के बगैर ज़िंदा रह सकता है, लेकिन सम्मान, स्वाभिमान और उम्मीद के बिना उसका जीना असंभव है। कोई भी मिडिल क्लास युवा इस तरह की सिचुएशन के बारे में सोचकर बड़ा नहीं हुआ। यह इतनी बुरी तरह प्रहार करता है कि कोई भी लड़ने की बजाय हार मान लेता है। वे खुशकिस्मत होते हैं, जो घर लौट जाते हैं। जो यहां रुक जाते हैं, वे टूटकर अलग हो जाते हैं। कुछ लोग सफल हो जाते हैं, लेकिन उन्हें असली सफलता नहीं मिलती। वे ड्रग्स, शराब और सभी तरह की नुकसानदायक चीजों के आती हो जाते हैं। अब उन्हें पैसे की जरूरत होती है तो वे सभी तरह के फनी पैसे को इंट्रोड्यूस करते हैं। कुछ सफलताएं ज्यादा खतरनाक होती हैं।आप ग्लैमर वर्ल्ड में बिना पैसे और पावर के होते हैं। आपको स्टार की तरह दिखना है, स्टार की तरह पार्टी करनी है, स्टार की तरह पीआर करना है, लेकिन आप स्टार नहीं हैं।"

यहां आप अपमान और शोषण के लिए खुले हैं

बकौल विवेक, "कल्पना कीजिए की आप गैंगस्टर्स की गरीब बस्ती में हैं, जहां आपको बिना बंदूक और चाकू के गैंगस्टर की तरह व्यवहार करना है। यह वो जगह है, जहां आप अपमान और शोषण के लिए खुले हैं।इंस्टाग्राम फ्री नहीं है। यह शूटिंग के लिए, अच्छा दिखने के लिए और व्यस्त दिखने के लिए पैसे की मांग करता है। वेलिडेशन की यह खोखली दौड़ आपको उसी जगह वापस ले आती हैं, जहां से आपने शुरुआत की थी। जो हर दौड़ के साथ गहरा और गहरा होता जा रहा है। आप दिखावा करो, कोई नहीं देखता।आप चिल्लाते रहो, कोई नहीं सुनता। आप रोते रहो, किसी कोई परवाह नहीं। आप सिर्फ अपने चारों ओर आप पर हंसते हुए लोगों को पाओगे। आप अपने सपनों को दफनाते हैं, चुपचाप। लेकिन फिर आप अपने सपनों की कब्र पर लोगों को नाचते हुए पाते हो। आपकी असफलता उनका सेलिब्रेशन बन जाती है।आप चलता-फिरता मुर्दा हो। विडंबना यह है कि आपके अलावा कोई भी आपको मरा हुआ नहीं देख सकता। एक दिनआप सचमुच मर जाते हो और दुनिया आपको देखती है।"

2005 से बॉलीवुड में हैं विवेक

बता दें कि विवेक अग्निहोत्री ने अपने करियर की शुरुआत 2005 में फिल्म 'चॉकलेट' के डायरेक्शन के साथ की थी। इसके बाद वे 'धन धना धन गोल', 'हेट स्टोरी' और 'द ताशकंद फाइल्स' जैसी फ़िल्में बना चुके हैं। उनकी पिछली फिल्म कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और पलायन पर बेस्ड 'द कश्मीर फाइल्स' थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर लगभग 252.90 करोड़ रुपए की कमाई की थी। उनकी अपकमिंग फिल्म 'द दिल्ली फाइल्स' है, जो 2024 में रिलीज होगी।

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