सार
आज से यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने देश में कई बैंकों के निजीकरण (Bank Privatization) के सरकार के फैसले के विरोध में दो दिवसीय बैंक हड़ताल (2 Days Bank Strike) का आह्वान किया है।
बिजनेस डेस्क। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) सहित कई सरकारी बैंकों के कर्मचारी आज से दो दिवसीय हड़ताल पर जा रहे हैं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU), जो 9 बैंक यूनियनों की एक ग्रुप है ने देश में कई बैंकों के निजीकरण (Bank Privatization) के सरकार के फैसले के विरोध में आज से दो दिवसीय बैंक हड़ताल (2 Days Bank Strike) का आह्वान किया है। दो दिन की बैंक हड़ताल के बारे में जानने के लिए यहां 10 बातें दी गई हैं, आइए आपको भी बताते हैं।
हड़ताल को लेकर यह 10 बातें जानना है काफी जरूरी
1) विभिन्न सरकारी बैंकों के करीब 9 लाख कर्मचारी हड़ताल में भाग ले रहे हैं।
2) तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक ने दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल को समर्थन दिया है। पार्टी महासचिव और राज्य मंत्री दुरई मुरुगन ने हड़ताल की सफलता की कामना की और विरोध को अपनी पार्टी के पूर्ण समर्थन की घोषणा की।
3) यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) की छत्रछाया में बैंक यूनियनों ने प्रस्तावित सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक निजीकरण के खिलाफ 16 और 17 दिसंबर को हड़ताल का आह्वान किया है।
4) जब से केंद्र ने अपने बजट 2021-22 में दो सार्वजनिक क्षेत्र के लेंडर्स के निजीकरण की घोषणा की है, तब से यूनियनों का विरोध हो रहा है।
5) भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने पहले ही ग्राहकों को देशव्यापी हड़ताल के बैंकिंग सर्वसि पर संभावित प्रभाव के बारे में चेतावनी दी थी।
6) एसबीआई ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में पहले कहा था कि हमें इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (एलबीए) द्वारा सूचित किया गया है कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने हड़ताल का नोटिस दिया है, यह सूचित करते हुए कि यूएफबीयू के के सदस्य AIBEA, AIBOC, NCBE, AIBOA, BEFI, INBEF और INBOC ने अपनी मांगों के समर्थन में 16 और 17 दिसंबर, 2021 को देशव्यापी बैंक हड़ताल पर जाने का प्रस्ताव रखा है। हम सलाह देते हैं कि बैंक ने हड़ताल के दिनों में अपनी शाखाओं और कार्यालयों में सामान्य कामकाज सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक व्यवस्था की है, संभावना है कि हड़ताल से हमारे बैंक में काम प्रभावित हो सकता है।
7) एसबीआई ने एक ट्वीट में अपने स्टाफ सदस्यों से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और हड़ताल में भाग लेने से परहेज करने का आग्रह किया। ट्वीट में कहा गया कि इसके अलावा, मौजूदा महामारी की स्थिति को देखते हुए, हड़ताल का सहारा लेने से हितधारकों को बहुत असुविधा होगी।
8) इससे पहले केनरा बैंक, पीएनबी, पंजाब और सिंध बैंक सहित अन्य लेंडर्स ने कर्मचारी संघों से अपनी योजना पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था।
9) सरकार ने संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश करने का फैसला किया है। विधेयक का उद्देश्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण करना है।
10) कर्मचारियों और ट्रेड यूनियनों ने 1 दिसंबर को नई दिल्ली के जंतर मंतर पर 'बैंक बचाओ, देश बचाओ' का विरोध अभियान शुरू किया था।