सार
बैंक लोन फ्रॉड की जांच सीबीआई कर रही है। दरअसल, 3250 करोड़ रुपये लोन लेने वालों ने बैंक का करीब 86 फीसदी यानी 2810 करोड़ रुपये चुकाया ही नहीं। यही नहीं एक के बाद एक कई कंपनियों में इन रकम की हेराफेरी दिखाई गई है। बीते दिनों चंदा कोचर की 78 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच किया गया था।
ICICI former MD Chanda Kochhar arrested: आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व चीफ चंदा कोचर को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। चंदा कोचर को बैंक फ्रॉड केस में अरेस्ट किया गया है। चंदा कोचर के साथ ही उनके पति दीपक कोचर को भी गिरफ्तार किया गया है। चंदा कोचर पर रसूख का इस्तेमाल निजी लाभ के लिए करने का आरोप लगा है। इन्होंने बैंक पॉलिसी और नियमों को दरकिनार कर करोड़ों रुपये का लोन वीडियोकॉन कंपनी के चेयरमैन को दिया।
चंदा कोचर पर यह है आरोप
आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी चंदा कोचर पर आरोप है कि उन्होंने बैंक नियमों को दरकिनार कर वीडियोकॉन के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत को दिया था। बैंक से धूत की कंपनी वीडियोकॉन कंपनी केा 3250 करोड़ रुपये का लोन दिया गया। यह लोन 2012 में पास किया गया था। आरोप है कि इस लोन के बदले वीडियोकॉन कंपनी के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनी को लाभ पहुंचाया। एक दूसरे को लाभ पहुंचाने के क्रम में धूत ने दीपक कोचर की आल्टरनेविट इनर्जी कंपनी नूपावर में इन्वेस्ट किया।
कैसे हुआ खुलासा?
दरअसल, वीडियोकॉन कंपनी के एक शेयरहोल्डर अरविंद गुप्ता ने पीएमओ, रिजर्व बैंक और सेबी को लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। अरविंद गुप्ता ने कोचर दंपत्ति और वीडियोकॉन कंपनी के चेयरमैन के एक दूसरे को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। इन आरोपों के बाद साल 2018 में चंदा कोचर ने आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ और एमडी के पद से इस्तीफा दे दिया था।
सीबीआई कर रही है जांच
बैंक लोन फ्रॉड की जांच सीबीआई कर रही है। दरअसल, 3250 करोड़ रुपये लोन लेने वालों ने बैंक का करीब 86 फीसदी यानी 2810 करोड़ रुपये चुकाया ही नहीं। यही नहीं एक के बाद एक कई कंपनियों में इन रकम की हेराफेरी दिखाई गई है। बीते दिनों चंदा कोचर की 78 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच किया गया था। कोचर दंपत्ति पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है।
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